Russia-Ukraine War: यूक्रेन ने दावा किया है कि एक बीमारी की वजह से रूसी सैनिकों में लड़ने की क्षमता खत्म हो रही है. इस बीमारी में लोगों की आंखों से खून बहने लगता है, तेज सिरदर्द होता है और दिन में कई बार उल्टी भी होती है. यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय ने कुपियांस्क में रूसी सैनिकों की यूनिट के बीच तथाकथित 'माउस फीवर' फैलने की जानकारी दी है. 


यह रोग एक प्रकार का स्ट्रेप्टोकोकल (एक तरह का बैक्टीरिया) संक्रमण है और यह चूहों के सीधे संपर्क में आने या उनके मल के आसपास सांस लेने से इंसानों में फैलता है. यूक्रेन ने कहा, "इस बीमारी के कई लक्षणों में गंभीर सिरदर्द, शरीर का तापमान 40 डिग्री तक बढ़ना, चकत्ते और लालिमा, रक्तचाप में कमी, आंखों से खून बहना, मतली और दिन में कई बार उल्टी शामिल हैं."


'रूस ने किया नजरअंदाज'


यूक्रेन ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने अपने कमांडरों से इस बीमारी के बारे में शिकायत की थी लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया. स्काई न्यूज के मुताबिक, कब्जाधारियों के सामने कुपयांस्क दिशा में माउस बुखार बड़े पैमाने पर सैनिकों को बीमार कर रहा है. जिस वजह से रूसी जंग लड़ने की स्थिति में नहीं हैं. यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहा है और इसे सैनिकों की ओर से जंग से बचने का एक बहाना मान रहा है.


कब थमेगी जंग?


रूस-यूक्रेन जंग को 22 महीने हो गए है. यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह जंग रोकने के लिए बातचीत के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "हमारे लिए बातचीत का विचार प्रासंगिक नहीं है." उन्होंने कहा, "हमने कई बार दोहराया है कि इन वार्ताओं का कोई आधार नहीं है. जब हम अपने लक्ष्य हासिल कर लेंगे तभी शांति होगी."


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