Russia Ukraine Conflict: रूस से चल रही जंग में हथियारों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन ने एक बार फिर अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से हथियार की मांग की है. इस संबंध में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में उन्होंने नाटो से भी मदद मांगी है और कुछ पॉइंट पर सवाल भी खड़े किए हैं.


क्या कहा जेलेंस्की ने


इस वीडियो में जेलेंस्की कह रहे हैं कि, ‘नाटो देश अगर अपने 1 प्रतिशत विमान और टैंक यूक्रेन को मुहैया करा दे तो हम रूस को सबक सिखा देंगे. वैसे भी ये हथियार स्टोर में धूल खा रहे हैं. हम लोग 31 दिन से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हमें बड़े हथियार नहीं मिले हैं. यूरो-अटलांटिक समुदाय का प्रभारी कौन है, क्या सच में सब मॉस्को से डरते हैं?’


रूस ने कहा, अब फोकस दोनबास और लुहांस्क को आजाद कराना


वहीं दूसरी तरफ रूस का कहना है कि, अब उसका फोकस दोनबास और लुहांस्क को आजाद कराना है. पहले वह दोनबास को आजाद कराएगा और फिर लुहांस्क को. इस बयान के बाद लुहांस्क के लोकल अलगाववादी नेता ने कहा कि वे लोग जल्द ही अपने एरिया में रूस के साथ विलय पर जनमत संग्रह कराएंगे.


यूक्रेन ने लगाया बांटने का आरोप  


जनमत संग्रह की बात पर यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूस जनमत संग्रह के बहाने से यूक्रेन का बंटवारा करने की फिराक में है. यूक्रेन सैन्य इंटेलिजेंस के प्रमुख कीरिलो बुदानोव ने कहा कि, रूस यूक्रेन को उत्तर और दक्षिण कोरिया बनाना चाहता है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही यूक्रेनी सेना रूस को हरा देगी.   


जेलेंस्की की पत्नी का सवाल


इन सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति की पत्नी ओलेना जेलेंस्का ने रूस की माताओं को एक भावुक पत्र लिखा. इसमें वह कह रही हैं कि किसी भी मां के जीवन में उसके लिए सबसे ज्यादा कीमती उनके बच्चे होते हैं, लेकिन इस जंग में मासूम बच्चे मारे जा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया है कि इन बच्चों के हिस्से मौत क्यों दी जा रही है. बता दें कि इस युद्ध में अब तक 100 से अधिक बच्चों को मौत हो चुकी है और दस लाख से ज्यादा बच्चे परिवार के साथ देश छोड़कर जा चुके हैं.


ये भी पढ़ें


Russia Ukraine War: ट्रंप का अमेरिकी राष्ट्रपति पर हमला, कहा- 'बाइडन ने यूक्रेन के साथ ठीक नहीं किया, मैं सत्ता में होता तो युद्ध न होता'


इस्तीफा नहीं देने पर अड़े इमरान खान के लिए आज बड़ा दिन, संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर शुरू होगी बहस, विपक्ष का लॉन्ग मार्च भी पहुंचेगा इस्लामाबाद