Ukraine Russia War: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन (Turkey President Recep Tayyip Erdoğan) ने कहा है कि अगर विश्व ने 2014 में रूस की ओर से क्रीमिया पर कब्जा करने के खिलाफ आवाज उठाई होती, तो यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध टाला जा सकता था. उन्होंने सवाल किया कि अगर पश्चिमी देशों, पूरी दुनिया ने अपनी आवाज उठाई होती तो क्या आज हमे ये दिन देखना पड़ता? उन्होंने कहा कि जो क्रीमिया (Crimea) पर हमले के दौरान चुप रह गए, वो अब कुछ चीजें कह रहे हैं. एर्दोआन ने शुक्रवार को तुर्की के भूमध्यसागरीय शहर अंताल्या के पास एक कूटनीतिक मंच पर ये कहा.


अंताल्या में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा की एक दिन पहले मुलाकात हुई थी, जिसके लिए तुर्की के विदेश मंत्री ने मार्ग प्रशस्त किया था. एर्दोआन ने कहा कि तुर्की शांति की कोशिशें जारी रखेगा. वहीं तुर्की ने यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थित अपना दूतावास शुक्रवार को खाली कर दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तंजू बिलजिक ने ये जानकारी दी.


मारियुपोल समेत कई शहरों में तबाही


इस बीच रूस का यूक्रेन पर हमला जारी है. हमले के दौरान यूक्रेन के कई बड़े शहर तबाह हो चुके हैं. यूक्रेन के निपरो में रूसी हवाई हमले के बाद छोटे बच्चे के स्कूल और एक रिहायशी इमारत में आग लग गई. इस हमले में एक शख्स की दर्दनाक मौत हो गई. यूक्रेन के मारियुपोल में अस्पताल पर हमला किया गया है इसमें तीन लोगों की जान चली गई है. हमले के बाद अस्पताल की इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई. हर तरफ अफरा तफरी का माहौल कायम है. मारियुपोल में ही रूसी हमले के बाद कई जगह पर लोग मलबे में दब गए हैं. युद्ध के बीच संकटग्रस्त देश में आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खाने पीने की चीजों के लिए लोग तरस रहे हैं. पीने के पानी तक के लिए लोग परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं.


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