Russia-Ukraine War News: रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को शुरू हुए आठ महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. इस बीच क्रेमलिन (Kremlin) ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार (26 अक्टूबर) को मास्को के स्ट्रेटेजिक फोर्स (Strategic Force) के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया. क्रेमिलन ने कहा कि पुतिन ने अपने दफ्तर से वीडियो लिंक के जरिए परमाणु अभ्यास का निरीक्षण किया.


इस सैन्य अभ्यास के दौरान कई तरह की बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइल छोड़ी गईं. इस एक्सरसाइज के दौरान रूसी सेना ने जमीन पर यार्स आईसीबीएम यानि इंटर-कोनटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल को दागा तो आसमान में दो टीयू-95एमएस स्ट्रेटेजिक बॉम्बर (एयरक्राफ्ट) ने उड़ान भरी.


पुतिन ने खुद स्ट्रेटेजिर डिटरेंस एक्सरसाइज की समीक्षा


रूस की नार्दन-फ्लीट का हिस्सा एसएसबीएन न्यूक्लियर पनडुब्बी ने सेनेवा बैलेस्टिक मिसाइल को समंदर में दागने का अभ्यास किया. इन बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइल में न्यूक्लियर वॉर-हेड लगाया जा सकता है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने खुद इस स्ट्रेटेजिर डिटरेंस एक्सरसाइज की समीक्षा की. रूस के रक्षा मंत्रालय ने युद्धाभ्यास की वीडियो जारी कर जानकारी दी. सरकारी टेलीविजन ने पुतिन को नियंत्रण कक्ष से अभ्यास की निगरानी करते हुए दिखाया. एक्सरसाइज में रूसी सुदुर पूर्व में कामचटका प्रायद्वीप से और आर्कटिक में बेरेंट्स सागर के पानी से परीक्षण मिसाइलों को लॉन्च करना शामिल था.


रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोईगू ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) के अभ्यास को देखा. उन्होंने यह अभ्यास इसलिए देखा ताकि अगर कोई दुश्मन देश परमाणु हमला करता है तो उसके जवाब में भारी परमाणु हमला किया जा सके. बयान में कहा गया है कि अभ्यास में टीयू-95 लंबी दूरी के विमान भी शामिल थे. क्रेमलिन ने कहा कि स्ट्रेटेजिक फोर्स की एक्सरसाइज के दौरान तय किए गए टारगेट को पूरा किया गया. सभी मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंच गई. रूसी स्ट्रेटेजिस बल परमाणु खतरों का जवाब देने के लिए हैं. 


यूक्रेन पर बढ़ा परमाणु हमले का खतरा


रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस परमाणु एक्सरसाइज का जायजा ऐसे समय पर लिया है, जब कि इस बात की आशंका जताई जा रही है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ अपने हमले तेज कर सकता है. पुतिन पहले ही इस बात की चेतावनी दे चुके हैं कि अगर किसी ने रूस पर हमला करने की कोशिश की तो उसे रोकने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं. जानकार पुतिन की इस चेतावनी को परमाणु हथियारों के हमले से जोड़कर देख रहे हैं. 


स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट यानि सिपरी की 'ईयर बुक-2022' के मुताबिक, इस वक्त दुनियाभर में कुल 12705 परमाणु हथियार हैं. इनमें सबसे ज्यादा रूस के पास 5977 हैं जबकि अमेरिका के पास 5428 हैं.


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