Russia-Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि व्लादिमीर पुतिन हमेशा से नाटो को तोड़ना चाहते थे. उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति की यह इस्छा पूरी नहीं हो पाई. बाइडेन ने डटकर रूस का सामना करने के लिए यूक्रेन के लोगों की जमकर तारीफ की. बाइडेन ने सिएटल स्थित एक निजी आवास पर पार्टी के लिए धन एकत्रित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में यह बातें कहीं.


अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जब वह निर्वाचित हुए तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोचा कि वह आसानी से नाटो को तोड़ने में सक्षम होंगे. उन्होंने कहा कि यह शुरुआत से ही उनके उद्देश्य का एक हिस्सा था, मैं यह आठ साल से कह रहा हूं.


पुतिन यूरोप पर प्रभाव जमाना चाहते थे’
बाइडन ने कहा, ‘‘हालांकि विडंबना है कि...उन्हें वही मिला जो वह नहीं चाहते थे. वह यूरोप पर प्रभाव जमाना चाहते थे. इसके बजाय, फिनलैंड के राष्ट्रपति ने मुझसे कहा कि वह मुझसे मिलना चाहते हैं और नाटो में शामिल होना चाहते थे, और स्वीडन भी नाटो में शामिल होना चाहता है. उनके कदम से उसके विपरीत परिणाम सामने आ रहे हैं जो वह चाहते थे.’’


उन्होंने कहा, ‘‘वे पुतिन के इस सिद्धांत का झुठला रहे हैं कि चूंकि वे पृष्ठभूमि में स्लाव हैं और कई रूसी बोलते हैं, वहां स्वागत किया जाएगा. लेकिन ठीक इसके विपरीत हुआ है.’’


यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता पैकेज
बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर के नए सैन्य सहायता पैकेज की घोषणा की है. नए सैन्य सहायता पैकेज में अत्यधिक आवश्यक भारी हथियार, 1,44,000 गोलियां और ड्रोन शामिल हैं, ताकि यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के लिए बढ़ती लड़ाई में यूक्रेनी सेना क्षेत्र की रक्षा कर सके. यह यूक्रेन के लिए पहले स्वीकृत की गई करीब 2.6 अरब डॉलर की सैन्य सहायता का विस्तार है.


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