US Resumes Drone Surveillance Mission Over Black Sea: अमेरिका और रूस के बीच चल रही टकराहट रुकने का नाम नहीं ले रही है. संयुक्त राज्य अमेरिका ने काला सागर क्षेत्र में सर्विलांस ड्रोन की उड़ानें फिर से शुरू कर दी हैं. बता दें कि मंगलवार को एक रूसी लड़ाकू जेट ने अमेरिकी निगरानी ड्रोन को मार गिराया था. इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.


ऐसे में एक बार फिर से काला सागर के पास ड्रोन उड़ाने का अमेरिका का फैसला तनाव और बढ़ा सकता है. अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि एक RQ-4 ग्लोबल हॉक ने शुक्रवार को इस क्षेत्र में एक मिशन के लिए उड़ान भरी. मंगलवार की घटना के बाद यह इस तरह की पहली ड्रोन उड़ान थी. पेंटागन के अधिकारियों ने इस सप्ताह बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि मंगलवार को हुई घटना वॉशिंगटन को इस तरह के मिशनों को उड़ाने से नहीं रोक पाएगी.


दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाए थे आरोप


मंगलवार को अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को रूसी जेट ने मार गिराया था. इसके बाद दोनों देशों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे. अमेरिका ने रूस पर जानबूझकर ड्रोन को गिराने का आरोप लगाया था, तो रूस ने इस आरोप को खारिज करते हुए इसे महज हादसा बताया था.


अमेरिका ने जारी किया था एक वीडियो


हालांकि, पेंटागन ने गुरुवार को एक वीडियो जारी किया जिसमें एक रूसी Su-27 लड़ाकू जेट उस ड्रोन के बहुत करीब आता दिख रहा है. यही नहीं, ड्रोन के पास वह जेट ईंधन भी डंप कर रहा है. वीडियो ड्रोन के क्षतिग्रस्त प्रोपेलर की छवियों के साथ समाप्त होता है, जिसके बारे में पेंटागन ने कहा कि ड्रोन जेट की टक्कर के कारण क्षतिग्रस्त हुआ था औऱ कुछ देर बाद काला सागर में गिर गया था.


दोनों देशों के बीच 1 साल से है तनाव


अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा पर हुई इस घटना से संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच सीधे टकराहट बढ़ गई थी. दोनों देश के बीच पिछले एक साल से तनाव की स्थिति है. रूस कई बार अमेरिका को हमले की धमकी दे चुका है.


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