Philippines-China Tension: दक्षिणी चीन सागर (South China Sea) में चीन के हमलों के बाद फिलीपिंस ने आगे की रणनीति तैयार कर ली है. वहां के राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस (Bongbong Marcos) ने साफ कर दिया कि उनका मुल्क चीन को ईंट का जवाब पत्थर से नहीं देगा. वे लोग पश्चिमी फिलीपीन सागर में वॉटर कैनन नहीं तैनात करेंगे. 


फिलीपीनी अखबार 'मनीला टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलीपींस के राष्ट्रपति ने कहा- हम फिलीपींस के समुद्री जहाजों पर चीन के हमलों का जवाब नहीं देंगे. हम इस तरह की घटनाओं का कूटनीतिक तरीकों से उत्तर देंगे. बोंगबोंग मार्कोस के अनुसार, "हम पश्चिमी फिलीपींस सागर में अपने अधिकारों और संप्रभुता को बचा रहे हैं. वॉटर कैनन या फिर किसी और हथियार से हमारा किसी पर भी हमला करने का कोई इरादा नहीं है."


"चीन की देखा-देखी नहीं करेगा फिलीपींस"


यह पूछे जाने पर कि क्या आपकी ओर से वॉटर कैनन्स का इस्तेमाल करते हुए चीन का सामना किया जाएगा? वहां के राष्ट्रपति का जवाब आया- हम चीन के कोस्ट गार्ड्स की देखा-देखी (हमले के संदर्भ में) नहीं करेंगे. यह हमारी नौसेना का मिशन नहीं है. हमारे कोस्ट गार्ड्स (तट रक्षक) तनाव को शुरू या फिर उसे बढ़ाना नहीं चाहते हैं.


...तो ड्रैगन को कैसे जवाब देगा Philippines?


फिलीपींस के सीनेटर जिंगॉय एस्ट्राडा ने राष्ट्रपति के इस फैसले का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, "जवाबी कार्रवाई के जरिए हम कूटनीतिक तौर-तरीकों से अपने अधिकारों की बात रखेंगे. हम चीन की आक्रामकता को लेकर लगातार कूटनीतिक तरीके से विरोध जताते आए हैं." इस बीच, फिलीपींस के न्यूजपेपर ने वहां के कोस्ट गार्ड के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि उनका देश चीन को बेनकाब करना चाहता है. वह बीजिंग (चीन की राजधानी) की हरकतों पर अंतर्राष्ट्रीय निंदा की मांग करता है. 


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