अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने संसद को बताया कि कंगाली के हाल में भी पाकिस्तान ने पिछले साल अपने परमाणु हथियारों को अपग्रेड करने के प्रयासों को जारी रखा. उनका कहना है कि भारत के साथ अपने विवादास्पद संबंधों के चलते वह अपनी रक्षा नीति को आगे बढ़ा रहा है.


सोमवार (15 अप्रैल) को चीन के संबंध में हुई बैठक के दौरान रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्रूस ने यह बयान दिया. क्रूस ने सांसदों को बताया कि पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर भारत के साथ अपने विवाद सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और विभिन्न देशों से समर्थन मांगा है.


जेफरी क्रूस ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच नियंत्रण रेखा पर फरवरी 2021 से एक असहज युद्धविराम कायम है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने आर्थिक उथल-पुथल के बावजूद अपने परमाणु आधुनिकीकरण प्रयासों को जारी रखा है. पिछले साल पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हिंसा में भी वृद्धि हुई.'


क्रूस ने शीर्ष अमेरिकी सांसदों को बताया कि भारत के साथ पाकिस्तान के विवादास्पद रिश्ते उसकी रक्षा नीति को प्रभावित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि, फरवरी 2021 में युद्धविराम के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पार हिंसा में कमी आई है.


भारतीय सेना के बारे में बात करते हुए जेफरी क्रूस ने कहा कि भारत की फौज लगातार अपनी ताकत बढ़ा रही है. भारत चीन को पछाड़ने में लगा है और रूसी रक्षा उपकरणों से निर्भरता कम कर रहा है. उन्होंने कहा कि इंडियन फोर्स लगातार आधुनिक हो रही है.


जेफरी क्रूस ने कहा कि भारत ने स्वदेशी विमान वाहक पोत का समुद्र में परीक्षण  किया है और रक्षा प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण को लेकर कई पश्चिमी देशों के साथ भी बातचीत की है. उन्होंने कहा कि भारत ने अपने प्रशिक्षण विक्री और प्रशिक्षण के माध्यम से फिलीपीन जैसे दक्षिणी सागर दावेदारों के साथ उन्नत साझेदारी की है. अमेरिका, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने सहयोग को और मजबूत किया है.


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