Pakistan Raj Kapoor House: पाकिस्तान (Pakistan) की एक कोर्ट ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी में फेमस बॉलीवुड अभिनेता राज कपूर ( Raj kapoor) की हवेली पर मालिकाना हक के मांग वाली एक याचिका खारिज कर दी है, जिसे साल 2016 में प्रांतीय सरकार ने नेशनल हेरिटेज घोषित कर दिया था.



पेशावर (Peshawar) हाई कोर्ट के जज इश्तियाक इब्राहिम और अब्दुल शकूर की दो सदस्यीय पीठ ने गुरुवार (27 अप्रैल) को याचिकाकर्ता के मालिकाना हक वाले मामले को खारिज कर दिया.

नवाज शरीफ ने नेशनल हेरिटेज घोषित किया था
पेशावर के प्रसिद्ध किस्सा ख्वानी बाजार में अभिनेता की हवेली के हथियाने वाले प्रॉसेस से जुड़े एक आदेश के अनुसार याचिका को खारिज कर दिया, जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार के तरफ से पहले ही नेशनल हेरिटेज घोषित कर दिया गया था. याचिकाकर्ता कपूर हवेली को तोड़कर कॉर्मशियल प्लाजा बनाना चाहता है. खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के महाधिवक्ता ने अदालत को बताया कि प्रांतीय पुरातत्व विभाग ने 2016 में एक अधिसूचना के माध्यम से कपूर हवेली को नेशनल हेरिटेज घोषित किया था.

 याचिकाकर्ता के पिता ने 1969 में हवेली खरीदी
पेशावर कोर्ट के जज शकूर ने पुरातत्व विभाग से पूछा कि क्या उनके पास कोई दस्तावेज या सबूत है, जो ये बताता है कि राज कपूर परिवार कभी हवेली में रहते थें. याचिकाकर्ता सईद मुहम्मद के वकील एडवोकेट सबाहुद्दीन खट्टक ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता के पिता ने 1969 में एक नीलामी के दौरान कपूर हवेली खरीदी थी, इसकी लागत का भुगतान किया और प्रदेश सरकार के तरफ से अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू होने तक मालिक बने रहे.


उन्होंने आगे दावा किया कि प्रांतीय सरकार के किसी भी विभाग के पास यह साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है कि स्वर्गीय राज कपूर और उनका परिवार कभी इस संपत्ति पर रहा या उसका मालिक था.

राज कपूर और उनके चाचा त्रिलोक कपूर का जन्म
राज कपूर का पैतृक घर को कपूर हवेली के नाम से जाना जाता है. ये पेशावर के प्रसिद्ध किस्सा ख्वानी बाजार में स्थित है. इसे 1918 और 1922 के बीच महान अभिनेता के दादा दीवान बशेश्वरनाथ कपूर ने बनवाया था. राज कपूर और उनके चाचा त्रिलोक कपूर का जन्म यहीं हुआ था. ऋषि कपूर और उनके भाई रणधीर ने 1990 के दशक में साइट का दौरा किया था.


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