नई दिल्ली: भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने वाले पाकिस्तान पर अब अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है. अमेरिका की एक संस्था ने कहा है कि पाकिस्तान अमेरिका के लिए दोस्त से ज्यादा खतरा है. ऐसा इसलिए क्योंकि वो अब भी तालिबान की मदद कर रहा है.
पाकिस्तान एक तरफ अपनी जमीन पर आतंकियों को पालता पोसता है औऱ दूसरी तरफ अमेरिका से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर अरबों रुपए की मदद लेता रहा है लेकिन अब पाकिस्तान बेनकाब हो चुका है. आतंक को लेकर उसका असली चेहरा दुनिया के सामने आ चुका है.
इसका सबसे ताजा उदाहरण है अमेरिकी संस्था सीएसआईएस की एक रिपोर्ट. इस रिपोर्ट में कहा गया है, ‘’अमेरिका को पाकिस्तान को यह साफ कर देना चाहिए कि अगर वह तालिबान और हक्कानी नेटवर्क को समर्थन देना जारी रखता है तो उसे मिलने वाली मदद पूरी तरह बंद कर दी जाएगी और उस पर प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान जब तक ऐसा नहीं करता तब तक वो हमारे लिए दोस्त से ज्यादा एक खतरा है.’’
सीएसआईएस की ताजा रिपोर्ट पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है. अमेरिका की कमान संभालने के बाद से ही राष्ठ्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपना रखा है, ऐसे में अगर ट्रंप सीएसआईएस की सिफारिशों पर गौर करते हैं तो पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
अब तक पाकिस्तान को अमेरिका से जो आर्थिक मदद मिल रही थी उसे ट्रंप ने कर्ज में बदल दिया. यानी पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाला एक एक पैसा लौटाना होगा. यही नहीं अमेरिका, पाकिस्तान को दी जाने वाली इस रकम में 1200 करोड़ की कटौती की भी तैयारी कर रहा है.
जिसका मतलब ये हुआ कि पाकिस्तान अब तक अमेरिका और चीन से मिलने वाली जिस खैरात के दम पर भारत को आंख दिखाता था उसको बड़ा झटका लग चुका है. आतंकवाद के मुद्दे पर ईरान और अफगानिस्तान भी पाकिस्तान को खुली चेतावनी दे चुके हैं. ऐसे में पाकिस्तान पर चौतरफा दबाव बनता जा रहा है.