पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर का राग छेड़ा है. श्रीलंका में इमरान खान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिर्फ कश्मीर ही विवाद का मुद्दा है. कश्मीर ही नहीं श्रीलंका में इमरान खान ने कुछ ऐसा कह दिया जिसने उनकी ही क्राइम बुक खोलकर रख दी.


श्रीलंका-पाकिस्तान व्यापार और निवेश सम्मेलन को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि उन्होंने 2018 में प्रधानमंत्री निर्वाचित होने पर भारत को शांति वार्ता आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ. खान ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ इस सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की.


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, 'मैंने सत्ता में आते ही सबसे पहले अपने पड़ोसी देश भारत से बात की. मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझाया कि हमें बातचीत के जरिए अपने विवादों को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए और फिर हमें अपने व्यापारिक संबंधों को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए. हमें विवाद कम करने की कोशिश करनी चाहिए. मैं सफल नहीं हुआ लेकिन मैं आशावान हूं. हमारा विवाद बस एक बात को लेकर है. वो है कश्मीर का मसला और ये सिर्फ बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है.


श्रीलंका दौरे पर पहली बार इमरान की किरकिरी नहीं हुई
इमरान खान श्रीलंका-पाकिस्तान व्यापार और निवेश सम्मेलन में गए तो इसलिए थे कि खस्ताहाल पाकिस्तान के लिए कुछ पैसे मांगेंगे. लेकिन जुबान खोली तो कश्मीर-कश्मीर चिल्लाने लगे. वैसे इस श्रीलंका दौरे पर ये पहली बार इमरान की किरकिरी नहीं हुई है. इससे पहले श्रीलंका ने संसद में इमरान खान का प्रस्तावित भाषण रद्द कर दिया था, क्योंकि श्रीलंका को आशंका थी कि इमरान खान कश्मीर का मुद्दा उठा सकते हैं. संसद में मौका नहीं मिला तो निवेश सम्मेलन में बोल पड़े इमरान. कश्मीर तो पाकिस्तान को मिलना नहीं है, निवेश सम्मेलन में 2-4 पैसे मिलने थे, उसका भी मौका हाथ से फिसलता दिख रहा है.


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