Pakistan Economy Crisis: पाकिस्तान (Pakistan) के खुफिया ब्यूरो (IB) की एक संवेदनशील रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कैसे तस्करी, कर चोरी, नशीली दवाओं का व्यापार, अवैध मुद्रा व्यापार और अफगान पारगमन व्यापार के दुरुपयोग से पहले ही बदहाल देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है.


पाकिस्तानी न्यूज द न्यूज इंटरनेशनल ने गुरुवार (14 सितंबर) को बताया कि सरकार को सौंपी गई विस्तृत रिपोर्ट में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि एजेंसी पाकिस्तान को खतरे में डालने वाले आर्थिक आतंकवाद को रोकने के लिए क्या कर रही है.


पाकिस्तानी सरकार के लिए IB की रिपोर्ट महत्वपूर्ण
पाकिस्तानी सरकार के लिए IB की यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि महीने की शुरुआत में पाकिस्तान में शक्तिशाली सेना की महत्वपूर्ण भूमिका का संकेत देते हुए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने व्यापारिक समुदाय के साथ कई बैठकें की, जिसमें नकदी संकट से जूझ रहे देश में अरबों डॉलर के विदेशी निवेश आमंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास का वादा किया गया था.


यह बैठक उच्च ईंधन और उपयोगिता बिलों और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये में रिकॉर्ड गिरावट सहित जीवनयापन की बढ़ती लागत के विरोध में व्यापारियों की हड़ताल के बाद हुई थी.


225 अरब रुपये का वार्षिक नुकसान
पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो (IB) की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि अकेले ईरान से पेट्रोलियम, तेल और लुब्रीकेंट्स उत्पादों की अवैध आपूर्ति की वजह से राष्ट्रीय खजाने को कम से कम 225 अरब रुपये का वार्षिक नुकसान हुआ. इसमें कहा गया है कि ईरान से अवैध रूप से लाए गए पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री केवल सड़क किनारे की दुकानों तक सीमित नहीं है बल्कि अब इनकी बिक्री पूरे पाकिस्तान में नियमित पेट्रोल पंपों पर हो रही है.


रिपोर्ट में कहा गया है शेयर बाजार में अस्थिरता और रियल एस्टेट और पूंजी बाजार में पूंजीगत लाभ कर लगाने के परिणामस्वरूप काले धन वाले निवेशकों ने विनिमय दर के अवमूल्यन का फायदा उठाने के लिए अपनी पूंजी को विदेशी मुद्राओं की ओर मोड़ दिया.'


2.6 अरब पाकिस्तानी रुपये बरामद 
पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो (IB) ने पूरी सप्लाई चेन पर भी नजर रखी और गेहूं और चीनी की जमाखोरी के साथ-साथ सप्लाई चेन को बाधित करने में हितधारकों और उनकी नापाक भूमिका की भी पहचान की.


रिपोर्ट में कहा गया है कि उन लोगों की भी पहचान की गयी, जो अफगानिस्तान में तस्करी कर लाये जा रहे उर्वरकों की जमाखोरी कर रहे थे. रिपोर्ट में कहा गया है IB की कार्रवाई के परिणामस्वरूप 2.6 अरब पाकिस्तानी रुपये मूल्य के 47,222 मीट्रिक टन उर्वरक की बरामदगी हुई.'


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