Pakistan Flood: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर पाकिस्तान में अब जलजनित बीमारियों के फैलने की आशंका व्यक्त की है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधनोम गेब्रेयेसस (WHO Chief Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है, लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा और इससे हैजा और अन्य बीमारियां हो सकती हैं. डब्ल्यूएचओ ने पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित इलाकों और खासकर सबसे बुरी तरह प्रभावित सिंध प्रांत के लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है.


तुरंत स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना होगा-WHO


टेड्रोस ने शनिवार को बताया की ठहरा हुआ पानी मच्छरों के पनपने का कारण बन सकता है, जिससे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां फैल सकती हैं. स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने से असुरक्षित जन्म, डायबिटीज और दिल के रोगों का खतरा बढ़ गया है. साथ ही बच्चों के टीकाकरण में भी बाधा आएगी. संगठन ने कहा कि अगर इस खतरे को कम करना है तो तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना होगा. इस मामले में डब्लूएचओ पाकिस्तान की मदद कर रहा है.


बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं बच्चे 


संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (Unicef) के प्रतिनिधि अब्दुल्ला फादिल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दो दिवसीय दौरा करने के बाद शुक्रवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में अति गंभीर स्थिति है, वहां कुपोषित बच्चे दस्त, डेंगू, बुखार और कई दर्दनाक त्वचा रोगों से जूझ रहे हैं. 528 बच्चों की मौत बीमारियों के चलते हो गई है. 


बाढ़ से हुआ करोड़ों का नुकसान


इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों का आंकड़ा अब 1500 के करीब पहुंच गया है. देश में बाढ़ से हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लाखों लोग खुले में सोने को मजबूर हैं. 22 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में करीब 3.3 करोड़ लोग बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि घरों, वाहनों, आनाज और लाइव स्टॉक यानी पशुधन को मिलाकर करीब 30 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.


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