Pakistan On CPEC: पाकिस्तान (Pakistan) ने सीपीईसी (CPEC) पर चर्चा के दौरान अपनी 5 महत्वपूर्ण बिजली और रेल परियोजनाओं में चल रही देरी का मुद्दा उठाया. इस बात की जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई है. सीपीईसी की 11वीं संयुक्त सहयोग समिति की गुरुवार को एक बैठक हुई, जिसमें पाकिस्तान ने चीन से 18.5 अरब डॉलर की 5 परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने का आग्रह किया है.


द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसान इकबाल ने आशंका व्यक्त की है कि किसी भी तरह की देरी से देश में एक साल में रेल व्यवस्था चरमरा जाएगी और 3,100 मेगावाट बिजली उत्पादन में देरी होगी. हालांकि, बैठक के बाद कोई घोषणा नहीं की गई थी जिसमें 8 साल पहले सहमत योजनाओं के निष्पादन में चूक गए अवसरों और लंबे समय तक देरी पर चर्चा की गई थी.


इन 5 परियोजनाओं में तेजी लाने का किया अनुरोध


पाकिस्तान ने जिन 5 परियोजनाओं पर काम में तेजी लाने के लिए चीन से अनुरोध किया है, उनमें 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मेनलाइन- I रेलवे परियोजना



  • 1.2 बिलियन अमेरिकी डालर की कराची सर्कुलर रेलवे परियोजना

  • 1.6 बिलियन अमेरिकी डालर की आजाद पट्टन जलविद्युत परियोजना

  • 2.5 बिलियन अमेरिकी डालर की कोहाला बिजली परियोजना

  • 3 बिलियन अमेरिकी डालर की थार ब्लाक- I कोयला परियोजना शामिल हैं


अधिकारी ने कहा, इन परियोजनाओं को दोनों पक्षों की ओर से बाधाओं के कारण देरी का सामना करना पड़ रहा है.


शहबाज शरीफ करेंगे चीन का दौरा


पाकिस्तान ने चीन से 584 मिलियन अमरीकी डालर के ग्वादर बिजली संयंत्र के स्थानांतरण के इस्लामाबाद के अनुरोध पर विचार करने को कहा. योजना मंत्री ने अपने विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड) को विकसित करने के लिए चीनी अनुभव के लाभों को प्राप्त करने में पाकिस्तान की विफलता पर भी चर्चा की. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 11वें जेसीसी की डिटेल पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और परिणाम के बारे में औपचारिक घोषणा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की चीन यात्रा के दौरान की जाएगी. पीएम 1 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे.


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