Pakistan Economy Crisis: पाकिस्तान की कंगाली हालत किसी से छिपी हुई नहीं है. पड़ोसी मुल्क आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है. आलम यह है कि स्थानीय लोग बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे हैं. इसी बीच अब पाकिस्तान की सरकार ने संकट से उबरने का नया तरीका निकाला है. दरअसल, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने सरकारी खर्च में जबरदस्त कटौती से जुड़े अहम ऐलान किए है. 


पीएम ने कहा कि मैं और कैबिनेट के बाकी मिनिस्टर्स सैलरी नहीं लेंगे. जिसके लिए सरकार ने सभी मंत्रियों का धन्यवाद किया. इसके साथ ही पाकिस्तानी मंत्री अब बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा नहीं कर सकते हैं और न ही विदेश में पांच सितारा होटलों में ठहर सकते हैं. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को कहा कि सरकार के मितव्ययिता उपायों के तहत संघीय मंत्रियों, सलाहकारों और सहायकों को वेतन और अन्य लाभ नहीं मिलेंगे.


इस्लामाबाद में संघीय कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेस से बात करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि यह समय की जरूरत है. हमें यह दिखाना होगा कि समय हमसे क्या मांग करता है. बस यही वह तपस्या, सरलता और त्याग है. उन्होंने आगे आदेश देते हुए कहा कि संघीय मंत्रियों को अब अपने स्वयं के बिजली, गैस और पानी के बिलों का भुगतान करना होगा. यह कदम सरकार के खर्चों में कटौती और बजट घाटे को कम करने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है.


लग्जरी लाइफ न जीने की सलाह 


पाकिस्तान सरकार ने मंत्रियों और सलाहकारों को वेतन नहीं लेने और विदेश यात्राओं के दौरान फाइव स्टार होटलों में नहीं रहने जैसे उपायों की घोषणा की. इसके साथ ही उन्हें अनावश्यक खर्चों से बचने की सलाह दी है. जैसे बिजनेस क्लास फ्लाइट में न चलने की सलाह दी है. इस तरह के फैसलों के जरिये पीएम ने देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने का प्रयास बताया है. 


सरकारी खर्चों में हुई कटौती 


इस दौरान पीएम ने हर एक सरकारी विभाग के वर्तमान खर्च में ग्रॉस 15 प्रतिशत की कमी की घोषणा की और प्रांतों से इसका पालन करने और खर्च में कटौती करने का आग्रह किया. उन्होंने कैबिनेट सदस्यों की तरफ से लग्जरी कारों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया और खर्च में कटौती के लिए कई दूसरे उपाय किए.


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