Pakistan Economy News: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) को उबारने के लिए वहां की हुकूमत को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा. ऐसे में पाकिस्तान में कई कट्टर इस्लामिक संगठनों के नेता और मौलवी हुकूमत को उजूल-फिजूल की सलाह दे रहे हैं. लाहौर में मरकज़ी लब्बैक तहफ्फुज़-ए-कुरान मार्च के दौरान साद रिज़वी ने एक हाथ में एटम बम और दूसरे हाथ में क़ुरान वाला फ़ॉर्मूला बताया था, यह एक तरह से दुनिया को धमकी थी, जिससे पाक हुकूमत असल में दूर ही रही.


अब पाकिस्तानी हुकूमत को एक नामचीन मौलवी ने फ़र्ज़ी चिटफंड कम्पनी बनाने की सलाह दे डाली है. मौलवी नसीर मदनी ने माइक पर भाषण देते हुए कहा कि पाकिस्तान को 57 इस्लामिक देशों से मिलकर एक-एक अरब डॉलर की कमेटी डालनी चाहिए और कहा कि पहली कमेटी पाकिस्तान रख ले और फिर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज की ज़रूरत भी नहीं पड़ेगी. मौलवी नसीर मदनी के भाषण का वीडियो सामने आया है.


मौलवी नसीर मदनी की हुकूमत को टेढी सलाह
मौलवी नसीर मदनी कहते नजर आ रहे हैं, "57 इस्लामिक मुल्कों को जाओ, एक-एक अरब डॉलर की कमेटी पाओ..फिर पहली कमेटी तुसी (पाकिस्तानी हुकूमत) रख लो और IMF को टाटा कर दो..! ऐसे मिलेगा कर्जा"


साद रिजवी ने एटम बम की दी थी धमकी
नसीर मदनी से पहले पाकिस्तानी इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के मुखिया साद रिज़वी ने तो यहां तक कह दिया था कि पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री बाहर निकले, एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में एटम बम का बक्सा उठाएं, और पूरी कैबिनेट को स्वीडन भेजा जाए, और वहां जाकर कहो कि हम कुरान की हिफाजत के लिए आए हैं, तो पूरी कायनात तुम्हारे कदमों में आ जाएंगी. 
उन्होंने यह भाषण भीड़ के सामने दिया था..जिसमें दुनिया को परमाणु बम की धमकी दी गई थी. ऐसे ही भाषणों के कारण साद रिज़वी पाकिस्तानी चरमपंथियों के पसंदीदा नेता रहे हैं. वहीं, हुकूमत ने उनके खिलाफ ठोस एक्शन नहीं लिया.


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