Air Quality Index: पाकिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी लाहौर के ऊपर धुंध का घना बादल छा गया है और इसके साथ ही बुधवार को यह दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया. एक स्विस वायु गुणवत्ता निगरानी कंपनी ने यह जानकारी दी है.आईक्यूएयर मंच ने कहा कि लाहौर प्रदूषित शहरों की उसकी सूची में सबसे ऊपर है और अमेरिकी पैमाने के अनुसार लाहौर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 203 रहा जबकि दिल्ली दूसरे नंबर पर है और वहां का सूचकांक 183 दर्ज किया गया.


कंपनी के अनुसार ढाका (बांग्लादेश) 169 सूचकांक के साथ तीसरे और कोलकाता 168 सूचकांक के साथ चौथे नंबर पर रहा. एक दिन पहले लाहौर तीसरे स्थान पर था.लाहौर को कभी बागों का शहर कहा जाता था और 16वीं से 19वीं शताब्दी के बीच मुगल काल के दौरान यहां बड़ी संख्या में बाग थे. तेजी से शहरीकरण और बढ़ती आबादी के कारण अब शहर में बहुत कम हरियाली बची है. लाहौर, कराची के बाद पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. डॉक्टर लोगों को श्वास संबंधी बीमारियों से बचने के लिए मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं.


आखिर क्या होता है वायु गुणवत्ता सूचकांक?


वायु की गुणवत्‍ता नापने के लिए  वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी Air Quality Index में आठ  प्रकार की गैसों का परीक्षण किया जाता है. इससे हवा में उनकी मात्रा का पता चलता है. अगर इन गैसों की मात्रा तय सीमा से ज्‍यादा होती है तो यह माना जाता है कि वायु प्रदूषित है. इन आठ तत्वों में सल्फर डाइआक्साइड (So2), नाइट्रोजन डाइआक्साइड(NO2), कार्बन मोनोआक्साइड(CO2), पीएम-10, पीएम 2.5 की मात्रा शामिल है. इंडेक्‍स यह बताता है कि हवा में किस गैस की कितनी मात्रा घुली हुई है. सभी गैसेंं जहरीली गैस हैं और विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) द्वारा इनकी मात्रा तय की गई है.


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