Oldest evidence of Earthquake: भू-वैज्ञानिकों को अफ्रीका की 3.3 अरब साल पुरानी चट्टानों में दुनिया के सबसे पुराने भूकंप के बारे में जानकारी मिली है. वैज्ञानिकों को इन चट्टानों से प्लेट टेक्टोनिक्स के शुरुआती प्रमाण मिले हैं. इस खोज में पृथ्वी की पपड़ी को बड़ी प्लेटों में विभाजित होने की जानकारी मिली है, जो मेंटल के पार सरक रही हैं. इन चट्टानों से यह भी समझने में आसानी हुई है कि जब जीवन पहली बार विकसित हुआ था, तो परिस्थितियां कैसी रही होंगी.


भू-वैज्ञानिकों ने यह खोज दक्षिणी अफ्रीका में एक जटिल भूवैज्ञानिक संरचना 'बार्बरटन ग्रीनस्टोन बेल्ट' की जांच के बाद की. जियोलॉजी जर्नल में 27 फरवरी को प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, वैज्ञानिकों को एहसास हुआ कि यह चट्टानें न्यूजीलैंड की छोटी चट्टानों के समान हैं. न्यूजीलैंड के हिकुरंगी सबडक्शन क्षेत्र में भूकंप-प्रेरित पनडुब्बी भूस्खलन का पहले ही अनुभव किया जा चुका है.


भूकंप के दौरान निकलती है बड़ी ऊर्जा
न्यूजीलैंड में विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ वेलिंगटन के भू-वैज्ञानिक और प्रमुख लेखक साइमन लैंब ने इसके बारे में लाइव साइंस को जानकारी दी है. लाइव साइंस के मुताबिक, 'इन भूकंपों से निकली ऊर्जा बहुत ताकतवर होती है और यह पूरे क्षेत्र को हिला देने में सक्षम है.' अध्ययन के अनुसार, बार्बरटन ग्रीनस्टोन का नाम इसके हरे रंग के कारण रखा गया है. यह खोज 3.2 अरब से 3.6 अरब साल पहले के बीच पृथ्वी के लिए सबसे व्यापक भू-वैज्ञानिक रिकॉर्ड में से एक है. शोधकर्ताओं को इस क्षेत्र को समझने के काफी संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि यहां का भू-विज्ञान काफी कठिन है.


बार्बरटन ग्रीनस्टोन बेल्ट की हुई जांच
न्यूजीलैंड के शोध संस्थान 'जीएनएस साइंस' के एक प्रमुख वैज्ञानिक सह-लेखक कॉर्नेल डी रोंडे ने 2021 में बार्बरटन ग्रीनस्टोन बेल्ट का एक आंशिक नक्शा प्रकाशित किया था. भू-वैज्ञानिक लैंब ने बताया कि यहां पर चट्टानों का विशाल ढेर है, ये अब मुख्य स्थान से सरक गए हैं. लैम्ब ने दावा किया है कि बार्बरटन ग्रीनस्टोन बेल्ट ठीक उसी तरह है, जैसे न्यूजीलैंड के पूर्वी हिस्से में 20 मिलियन वर्ष पुरानी चट्टानों और हाल ही में पनडुब्बी भूस्खलन में देखा गया था.


सबसे पुराना हिलने-डुलने का रिकॉर्ड
वैज्ञानिकों ने बताया कि न्यूजीलैंड के बाहर प्रशांत प्लेट नीचे खिसक रहा है और ऑस्ट्रेलियाई प्लेट से रगड़ रहा है, जिससे बड़े भूकंप और पनडुब्बी भूस्खलन हो रहे हैं. इन भूस्खलनों में भूमि पर और उथले पानी में बनी चट्टानें गहरे समुद्र में गिर जाती हैं. अध्ययन में पता चला है कि ग्रेट मार्लबोरो कांग्लोमरेट चट्टान के बनने की वजह लाखों वर्षों में आए हजारों भूकंपों के कारण हो सकता है. भूकंप के कारण सबसे बड़े ब्लॉक खिसक जाते हैं. लैम्ब ने कहा 'यह वास्तव में लंबे समय तक हिलने-डुलने का रिकॉर्ड है'. इसी से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे पुराना भूकंप हो सकता है.


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