North Korea Fires Missile: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर मिसाइल दाग कर दुनिया में हलचल पैदा कर दी है. दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा ने कहा कि उत्तर कोरिया (North Korea) ने शुक्रवार (23 दिसंबर) को अपने पूर्वी तट से समुद्र की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलें (Ballistic Missiles) दागीं. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (JCS) ने कहा कि मिसाइलें उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के सुनान इलाके से दागी गईं.


दक्षिण कोरियाई सेना (North Korean Army) को शुक्रवार को तड़के चार बजकर करीब 32 मिनट पर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से मिसाइल प्रक्षेपण किए जाने के बारे में पता लगा. जापान के तट रक्षक ने भी एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की सूचना दी.


दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि सेना ने निगरानी बढ़ा दी है और अमेरिका के साथ करीबी समन्वय में चाकचौबंद तैयारियां की गई हैं. उत्तर कोरिया ने लॉन्च के पांच दिन बाद मीडियम रेंज की दो मिसाइल दागीं है, जिसे उसने जासूसी सैटेलाइट प्रोग्राम के लिए महत्वूपर्ण परीक्षण बताया. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया काफी समय से मिसाइल परीक्षण के नाम पर दुनिया को अपनी ताकत दिखाने से बाज नहीं आता. अब उसके इस नए मिसाइल परीक्षण ने दक्षिण कोरिया समेत अमेरिका के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है. 


अमेरिका ने किया ये दावा


व्हाइट हाउस की ओर से गुरुवार (22 दिसंबर) को उत्तर कोरिया को लेकर किए गए एक दावे के बाद से इस हफ्ते तनाव का एक नया दौर शुरू हो गया है. दरअसल, अमेरिका ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में रूसी सेना की मदद करने के लिए निजी रूसी सैन्य कंपनी वैगनर ग्रुप को रॉकेट और मिसाइलों की पहली डिलीवरी पूरी कर ली है. हालांकि, वैगनर के मालिक येवगेनी प्रिगोझिन ने अमेरिका के इस दावे को अटकलबाजी करार देते हुए इसका का खंडन किया. 


उत्तर कोरिया ने सभी दावों को किया खारिज


प्योंगयांग के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को रूस को गोला-बारूद की खेप पर एक जापानी मीडिया रिपोर्ट का खंडन करते हुए सभी दावों को निराधार बताया. दरअसल, टोक्यो शिंबुन ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि उत्तर कोरिया ने पिछले महीने ट्रेन के माध्यम से रूस को तोपखाने के गोले और अन्य युद्ध सामग्री भेजी थी. इतना ही नहीं आने वाले हफ्तों में अतिरिक्त शिपमेंट की उम्मीद थी. उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने कभी भी रूस के साथ हथियारों का लेन-देन नहीं किया और वैगनर का कोई उल्लेख नहीं करते हुए यूक्रेन को घातक हथियार देने के लिए वाशिंगटन की आलोचना की.


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