पाकिस्तान में चल रही सियासी उठापटक रुकने का नाम नहीं ले रही है. क्रिकेट की पिच पर अपने विरोधियों को अपने ऑलराउंड खेल से मात देने वाले इमरान खान को फिलहाल राजनीति की पिच पर विरोधी ही नहीं, बल्कि अपने दल के नेता भी चुनौती दे रहे हैं. उनकी पार्टी से कई सांसद बागी हो चुके हैं. इन बागी सांसदों के खिलाफ इमरान खान सरकार ने आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है. अब देखना होगा कि इमरान खान सरकार को राहत मिलती है या नहीं.


क्यों सुप्रीम कोर्ट पहुंची है इमरान सरकार 


दरअसल, इमरान खान के खिलाफ विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव ला चुकी है. इन सबके बीच इमरान खान की पार्टी PTI के करीब 24 सांसद बागी हो गए हैं. ऐसे में पहले से बहुमत साबित करने को लेकर परेशान इमरान की चिंताएं अपने सांसदों के जाने से भी बढ़ गई. इसे देखते हुए ही सरकार इन बागी सांसदों के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जा रही है. इमरान खान सरकार की सुप्रीम कोर्ट से यह अपील करेगी कि पार्लियामेंट्री बोर्ड के फैसले के खिलाफ़ जाकर अगर कोई सांसद सरकार के खिलाफ ही वोटिंग करे तो Article 63-A के तहत उसकी सदस्यता वोटिंग से पहले चली जाए.


इसलिए महत्वपूर्ण होगा फैसला


इमरान सरकार इस मामले में कह रही है कि वह सुप्रीम कोर्ट से अपील करेगी कि इस मामले की डे टु डे सुनवाई हो. अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट इस पर क्या और कब तक फैसला देता है. अगर सुनवाई लंबी चली तो फिर अप्रैल के पहले हफ्ते से रमज़ान शुरू होंगे और अविश्वास प्रस्ताव मई तक चला जाएगा. इससे विपक्षी दलों की ताकत कम हो सकती है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट अगर जल्दी सुनवाई करके ये फैसला दे कि इन बागी सांसदों की सदस्यता वोटिंग से पहले नहीं रद्द की जाएगी तो इमरान खान सरकार का बचना लगभग नामुमकिन हो जाएगा.


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