Nigeria  Military: अफ्रीकी देश नाइजीरिया की वायु सेना में शामिल होने के लिए साल के अंत तक इटेलियन M-346FA लड़ाकू विमान पहुंच सकते हैं. इटेलियन एयरक्राफ्ट को चीनी पाकिस्तानी फाइटर जेट F-17 फाइटर जेट के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. इस डील की चर्चाओं के बीच F-17 की ताकत को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि F-17 फाइटर एयरक्राफ्ट में नाइजीरिया की वायु सेना को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


नाइजीरिया में बोको हरम और इस्लामिक स्टेट (ISIS) जैसे आतंकी ग्रुप सक्रिय हैं. इनके खिलाफ अपने सैन्य ऑपरेशंस के लिए नाइजीरिया लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करता है. सालों से ये ग्रुप देश के उत्तर पश्चिमी और केंद्रीय हिस्से में आतंकी ऑपरेशंस चला रहे हैं. इनसे मुकाबले के लिए इस समय नाइजीरिया की वायु सेना में कई फाटर जेट मौजूद हैं, जो उसने दूसरे देशों से खरीदे हैं. इनमें JF-17, F-7Ni, A-29 सुपर टूकानो और एल्फा जेट शामिल हैं. ये लड़ाकू विमान हवा और जमीन दोनों पर काम करने में सक्षम हैं.


चीनी F-17 लड़ाकू विमान से खुश नहीं नाइजीरिया?
नाइजीरिया की सेना के पास मौजूद F-17 सबसे एडवांस एयरक्राफ्ट है, जिसे चीन और पाकिस्तान ने मिलकर तैयार किया है. साल 2016 में नाइजीरिया ने F-17 की तीन यूनिट खरीदने के लिए चीन से डील की थी और 2021 में उसकी सेना में ये लड़ाकू विमान शामिल हो गए. नाइजीरिया इनका इस्तेमाल आतंकी ऑपरेशंस के खिलाफ करता है. पहले इस तरह की चर्चाएं थीं कि नाइजीरिया की सेना में आगे और F-17 देखने को मिलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं, बल्कि अब ऐसा लग रहा है कि नाइजीरिया इटेलियन एयरक्राफ्ट को F-17 के ऑल्टरनेटिव के तौर पर देख रहा है. इटली का M-346FA एयरक्राफ्ट लाइट फाइटर-ट्रेनर एयरक्राफ्ट है.


इटेलिन विमानों की खरीद डील के बाद ऐसी बातें की जा रही हैं कि F-17 फाइटर चलाने में नाइजीरियाई वायुसेना को भी वैसी ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा होगा जिस तरह म्यांमार को करना पड़ा था. पिछले साल 2023 में म्यांमार की सेना ने JF-17 एयरक्राफ्ट को लेकर असंतुष्टी जताई थी. सेना ने बताया था कि विमान में कई टेक्नीकल दिक्कतें हैं, जिसकी वजह से सैन्य ऑपरेशन में काम करने में यह परेशानियों सामना करना पड़ता है.


अपने Chengdu F-7NI की जगह 15 एयरक्राफ्ट खरीद सकता है नाइजीरिया
कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है कि नाइजीरिया सेना में मौजूद Chengdu F-7NI को रिप्लेस करने के लिए 15 नए एयरक्राफ्ट खरीदने के बारे में सोच रहा है. भारत की तरफ से नाइजीरिया को स्वदेशी तेजस फाइटर जेट की पेशकश की गई थी. साल की शुरुआत में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नाइजीरिया की यात्रा के दौरान तेजस फाइटर जेट को लेकर बात की थी. यह बात कहां तक पहुंची इसे लेकर कोई खबर नहीं है, लेकिन साल के आखिर तक इटेलियन M-346FA लड़ाकू विमान के नाइजीरिया पहुंच सकते हैं.


26 साल में दुनिया की बड़ी अर्थयवस्था बन जाएगा नाइजीरिया?
अगले 26 सालों में नाइजीरिया का नाम दुनिया की 15 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा. Goldman Sachs का कहना है कि 2050 तक नाइजीरिया दुनिया की 15वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा. उसकी जीडीपी 3.4 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी और 2075 तक 13.1 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. फिलहाल यह 477 बिलियन डॉलर जीडीपी के साथ 30वें नंबर पर है, जबकि अफ्रीकी देशों में यह पहले नंबर पर है.


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