NASA Video: समुद्री बर्फ जो धरती के इकोसिस्टम को संतुलित करने से लेकर इसे ग्लोबल वार्मिंग से भी बचाती है, वह धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर कम होती जा रही है. NASA और नेशनल स्नो एंड आइस डेटा सेंटर (NSIDC) की रिसर्च में यह सामने आया है. NASA ने लगातार घटती इस बर्फ की चादर का एक ग्राफिक वीडियो भी शेयर किया है. यह वीडियो होश उड़ा देने वाला है.
NASA ने इस वीडियो के साथ ही आंकड़े भी जारी किए हैं, जो बताता है कि धरती के दोनों ध्रुवों पर समुद्री बर्फ तेजी से पिघल रही है. इसके मुताबिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका में पिछले 15 साल में ही लाखों वर्ग किलोमीटर की समुद्री बर्फ गायब हो गई है.
13 लाख वर्ग किलोमीटर की कमीNASA के अनुसार, इस साल 22 मार्च को जब आर्कटिक में समुद्री बर्फ अपने वार्षिक उच्चतम स्तर पर होनी चाहिए थी, तब इसकी मात्रा सिर्फ 5.53 मिलियन वर्ग मील (143 लाख वर्ग किमी) रह गई. यह अब तक की सबसे कम सर्दियों की बर्फ है. यह साल 2017 के 5.56 मिलियन वर्ग मील (144 लाख वर्ग किलोमीटर) के पिछले निम्नतम स्तर से भी नीचे गिर गई है.
इसी तरह 1 मार्च तक अंटार्कटिक में समुद्री बर्फ सिर्फ 764,000 वर्ग मील (19.8 लाख वर्ग किमी) ही बची थी. यह अब तक दर्ज किए गए दूसरे सबसे कम स्तर के बराबर है. यह 2010 से पहले अंटार्कटिका में सामान्य 1.10 मिलियन वर्ग मील (28 लाख वर्ग किलोमीटर) की बर्फ से 30% कम है. हाल के सालों में नई बर्फ कम बन रही है. इस साल का अधिकतम बर्फ कवर 1981 और 2010 के बीच के औसत स्तरों से 510,000 वर्ग मील (13 लाख वर्ग किलोमीटर) कम था.
लगभग भारत के क्षेत्रफल की बर्फ गायब कुल मिलाकर धरती पर समुद्री बर्फ की कुल मात्रा अब तक के सबसे कम स्तर पर पहुंच गई है. वैश्विक स्तर पर इस वर्ष फरवरी के मध्य में बर्फ कवरेज में 2010 से पहले के औसत से एक मिलियन वर्ग मील (25 लाख वर्ग किलोमीटर) से ज्यादा की कमी आई है. यानी पृथ्वी पर समुद्री बर्फ का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह गायब हो गया है, जो भारत के क्षेत्रफल के दो-तिहाई जितना है.
मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ़्लाइट सेंटर में एक बर्फ वैज्ञानिक लिनेट बोइसवर्ट का कहना है कि हम इस अगले गर्मियों के मौसम में कम बर्फ के साथ आने वाले हैं. यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है. वहीं अमेरिका के नेशनल स्नो एंड आइस डेटा सेंटर के एक बर्फ वैज्ञानिक वॉल्ट मायर ने कहा है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि धरती से बर्फ की चादर खत्म होना एक स्थायी पैटर्न है या यह आने वाले वर्षों में पहले के स्तर पर वापस आ जाएगा.