अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का दावा किया है और उन्होंने इस पर कहा, 'मैं मजाक नहीं कर रहा हूं.' उनके इस बयान ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है, क्योंकि अमेरिकी संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति सिर्फ बार ही राष्ट्रपति पद के लिए चुने जा सकते हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का इरादा रखते हैं, या फिर यह बस उनका एक और मजाक है?
क्या कहते हैं ट्रंप?
दरअसल रविवार यानी 30 मार्च को NBC न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि 'ऐसे कुछ तरीके हैं, जिनसे तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता खोला जा सकता है'. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि 'इसके बारे में सोचना अभी बहुत जल्दी है.' इस बयान से ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि वह केवल मजाक नहीं कर रहे थे, बल्कि कुछ गंभीर विचार कर रहे है.
संविधान की सीमा और ट्रंप के विचार
अमेरिकी संविधान का 22वां संशोधन, जो 1951 में लागू हुआ था, किसी भी राष्ट्रपति को दो कार्यकालों से अधिक चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देता है. यह संशोधन फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट के चार कार्यकालों के बाद लाया गया था, ताकि भविष्य में कोई राष्ट्रपति ज्यादा समय तक सत्ता में न बने रहें.
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के नामांकन और बाद में इस्तीफा देने से इस सीमा को बाईपास किया जा सकता है, तो उन्होंने कहा, "यह एक तरीका हो सकता है, लेकिन और भी तरीके हैं." जब उनसे अन्य तरीकों के बारे में पूछा गया तो वह चुप हो गए और कुछ नहीं कहा.
क्या यह सच है?
ट्रंप का यह बयान निश्चित रूप से चौकाने वाला था, क्योंकि वह पहले भी इस तरह की बातों को मजाक के रूप में उछाल चुके हैं. उदाहरण के तौर पर, जनवरी में रिपब्लिकन हाउस से बात करते हुए उन्होंने मजाक करते हुए पूछा था, 'क्या मैं फिर से चुनाव में खड़ा हो सकता हूं?' लेकिन इस बार उनके शब्दों में कुछ गंभीरता जरूर थी. क्या वह वाकई अपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए किसी कानूनी रास्ते की तलाश में हैं?
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह संविधान का उल्लंघन होगा और ऐसा करना बेहद मुश्किल है, फिर भी ट्रंप के बयान ने इस मुद्दे पर एक नई बहस छेड़ दी है.