Russia gift to Muslims: रूस की तरफ से मुसलमानों को बड़ा तोहफा दिया गया है. अहम कदम उठाते हुए वहां की सरकार ने पासपोर्ट में हेडस्कार्फ वाले फोटोज के लिए मंजूरी दे दी है. यानी अब वहां महिलाओं को हेडस्कार्फ या फिर हिजाब वाले फोटो पासपोर्ट में इस्तेमाल करने का अधिकार रहेगा. न्यूज वेबसाइट 'दि सियासत डेली' ने रूस के गृह मंत्रालय के हवाले से इसकी जानकारी दी है. यह कानून रविवार (पांच मई, 2024) से देश में लागू हो जाएगा और राष्ट्रीय सुरक्षा को बरकरार रखते हुए धार्मिक मान्यताओं का भी सम्मान करेगा. 


स्थानीय मीडिया संस्थान 'रशिया टुडे' की रिपोर्ट की मानें तो पासपोर्ट के फोटो के चलते मुस्लिम महिलाएं चेहरे को अधिक नहीं कवर कर पाती हैं. ऐसे में नए कानून के तहत उन्हें सिर ढंके फोटो पासपोर्ट के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति रहेगी. हालांकि, इस दौरान वे ठुड्डी ढंकी तस्वीरें नहीं यूज कर पाएंगी.  


रूस में किन चीजों पर असर डालेगा यह बदलाव?


यह बदलाव पासपोर्ट एप्लिकेशंस, ड्राइविंग लाइसेंस, वर्क पर्मिट्स और पेटेंट्स आदि से जुड़ा है. 'रशियन पार्लियामेंट्री गजट' को स्टेट ड्यूमा सिक्योरिटी और एंटी करप्शन कमेटी के सदस्य बियसुल्तान खामजेव (Biysultan Khamzaev) ने बताया कि रूसी सरकार का यह फैसला देश की सुरक्षा के साथ धार्मिक मान्यताओं का भी सम्मान करता है. 


1997 में लगा बैन, फिर 2003 में अवैध हुआ घोषित


सोवियत संघ (पहले का रूस) के दौरान महिलाओं को पासपोर्ट में हेड स्कार्फ वाले फोटो इस्तेमाल नहीं करने दिए जाते थे. हालांकि, साल 1991 के बाद मुस्लिम महिलाओं ने ऐसी तस्वीरों का इस्तेमाल करना शुरू किया, जिसके बाद 1997 में इस पर बैन लगा दिया गया और बाद में साल 2003 में रूस के सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवैध तक घोषित कर दिया था. ऐसे में ताजा कदम के तहत रूसी सरकार ने 27 साल बाद इससे बैन हटाया है.


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