Russia Bans Entry of Japan PM: मॉस्को ने बुधवार को जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित कई दर्जन जापानी अधिकारियों के रूस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. मॉस्को ने बुधवार को कहा कि रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने में जापान के शामिल होने पर यह कदम उठाया गया है. बता दें यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के खिलाफ अमेरिका सहित पश्चिम देशों ने मॉस्को पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं.


रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "एफ किशिदा के प्रशासन ने एक अभूतपूर्व रूसी विरोधी अभियान शुरू किया (और) रूसी संघ के खिलाफ अस्वीकार्य बयानबाजी की अनुमति दी, जिसमें बदनामी और सीधी धमकी भी शामिल है."


जापान का रवैया पश्चिमी रवैये से जुड़ा
मंत्रालय ने कहा, " रूस विरोधी यह अभियान सार्वजनिक हस्तियों, विशेषज्ञों, जापानी मीडिया के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिध्वनित होता है, जो पूरी तरह से हमारे देश के प्रति पश्चिम के रवैये से जुड़े हुए हैं."


बयान में टोक्यो पर "अच्छे पड़ोसी संबंधों को खत्म करने, रूसी अर्थव्यवस्था और देश की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से व्यावहारिक कदम उठाने" का आरोप लगाया. मंत्रालय ने कहा कि वह रूस से प्रधानमंत्री, कैबिनेट सदस्यों, सांसदों, पत्रकारों और प्रोफेसरों सहित 63 जापानी नागरिकों पर "अनिश्चित काल के लिए" प्रतिबंध लगा रहा है.


रूस का दावा यूक्रेन के 6 स्टेशन निष्क्रिय किए
इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को दावा किया कि उसने यूक्रेन में छह रेलवे स्टेशनों को निष्क्रिय कर दिया. मंत्रालय के मुताबिक इन स्टेशनों का इस्तेमाल पूर्वी यूक्रेन में पश्चिमी निर्मित हथियारों के साथ यूक्रेनी सेना को भेजे जाने के लिए हो रहा था. मंत्रालय ने कहा कि उसने रेलवे स्टेशनों की बिजली आपूर्ति पर बमबारी कर उन्हें निष्क्रिय किया है.  


रूसी मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसने 40 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें गोला-बारूद और तोपखाने के हथियारों के चार डिपो भी शामिल थे. बता दें रूस और यूक्रेन के बीच दो महीने से भी ज्यादा समये से घमासान जंग जारी है.


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