फेसबुक पर पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद कोविड-19 संक्रमण का जोखिम ज्यादा हो जाएगा. हालांकि दुनिया भर के विशेषज्ञ बता चुके हैं कि कोविड-19 की वैक्सीन लेने के बाद व्यक्ति वायरस के संपर्क में आ सकते हैं लेकिन ऐसे लोगों को किसी भी हाल में कोरोना का खतरा ज्यादा नहीं है. इस पोस्ट को दुनिया की प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी एएफपी ने भ्रामक और तथ्यहीन बताया है.


तेजी से फैल रहा है पोस्ट
इस भ्रामक जानकारी को 25 मार्च को फेसबुक ग्रुप में पोस्ट की गई है. इस ग्रुप में 35 हजार सदस्य हैं. इस पोस्ट के साथ लिखा गया है, “ जिसने कोविड-19 की पहली डोज ले ली है वे प्लीज ज्यादा शारीरिक या मानसिक काम न करें. बेहतर है कि वे घर पर आराम करें और बाहर न निकलें. ऐसा इसलिए क्योंकि वैक्सीन लेने के बाद आपमें बीमारी का जोखिम पहले से ज्यादा है. वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद इम्युनिटी को फिर से मजबूत होने में दो सप्ताह का समय लगता है. इसलिए जब तक इम्युनिटी सही तरीके से फिर से काम करना ना शुरू करें तब तक आप घर से बाहर ना निकलें.” इस पोस्ट को इंडोनेशियन भाषा में लिखा गया है.


इंडोनेशियाई वैक्सीनेशन प्रोग्राम की प्रमुख ने बताया भ्रामक
इंडोनेशिया में वैक्सीनेशन के लिए तेज अभियान चलाया जा रहा है. इसकी शुरुआत 13 जनवरी 2021 को हुई है. सरकार ने 18.2 करोड़ लोगों को आगामी 15 महीनों में वैक्सीन लगाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. इस भ्रामक पोस्ट पर इंडोनेशियन कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम की प्रमुख सीती नादिया तरमीजी ने बताया कि इस तरह के पोस्ट भ्रामक होते हैं. इस बात के कोई प्रमाण नहीं है कि वैक्सीन की डोज लेने वालों को कोरोना का जोखिम ज्यादा है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लेने से कोरोना से सौ फीसदी सुरक्षा की गारंटी नहीं है लेकिन वैक्सीन कोरोना से बचने का अब तक का सबसे बेहतर उपाय है.