भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है. लेकिन उसे भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अस्पताल में रखा गया है. जहां उसे केवल अपने वकीलों से ही मिलने की इजाजत है. एबीपी न्यूज को स्थानीय सूत्रों से ये जानकारी मिली है.


चोकसी को एक दिन पहले ही पुलिस सेल से हटाकर डोमेनिका के पोर्ट्समाउथ में सरकारी क्वॉरंटीन फेसेलिटी पहुंचाया गया था. चोकसी के वकीलों का दावा है कि उसे अपहरण कर एंटीगुआ से डोमेनिका लाया गया है. इस दौरान उसके साथ मारपीट भी हुई. मेहुल के शरीर पर चोट के निशान बीते दिनों आमने आई उसकी तस्वीरों में भी नजर आए. इस मामले में मेहुल के वकीलों और सरकारी पक्ष को 1 जून तक हलफनामा दाखिल करना है. जिसके बाद 2 जून को खुली अदालत में मसले की सुनवाई होगी.


मामले के अदालत पहुंचने से पहले डोमेनिका सरकारमेहुल को वापस एंटीगुआ भेजने की तैयारी कर रही थी. वहीं एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन कई बार कह चुके हैं कि चोकसी को वापस भेजने की बजाए डोमेनिका सरकार उसे भारत को सौंपे जहां वो वांटेड है. 


28 मई को हुई सुनवाई में अदालत ने सुनवाई पूरी होने तक मेहुल को डोमेनिका में ही बनाए रखने और चिकित्सा जरूरतों के लिए डोमेनिका-चाइना फ्रेंडशिप अस्पताल भेजने को कहा था. इस मामले पर किसी भी पक्ष को मीडिया बयान देने पर बैन लगा दिया था. 


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