लंदन/नई दिल्ली: खाड़ी में तनाव बढ़ने के बीच हरमुज जलडमरूमध्य में ईरान ने ब्रिटेन के झंडे वाले जिस तेल के टैंकर को जब्त किया है, उसमें सवार चालक दल के 23 सदस्यों में 18 भारतीय नागरिक हैं. ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड ने स्टेना इम्पैरो नामक टैंकर को शुक्रवार को जब्त किया इस संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमने भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए ईरान की सरकार से संपर्क साधा है.


मंत्रालय ने कहा, ''हम पूरी घटना के बारे में विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं. ल्द से जल्द भारतीय नागरिकों की रिहाई और उनकी वतन वापसी के लिए हमारा मिशन ईरान सरकार के संपर्क में है.''


ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि ईरान की मछली पकड़ने की एक नौका के साथ कथित भिड़ंत के कारण ब्रिटेन के झंडे वाले तेल के टैंकर को ईरान ने जब्त किया टैंकर का स्वामित्व रखने वाली स्वीडन की कंपनी स्टेना बल्क ने कहा कि वे हरमुज जलडमरूमध्य में जब्त किए गए जहाज से संपर्क करने में असमर्थ हैं


समाचार एजेंसी ने हरमुजगन प्रांत के बंदरगाह और समुद्र मामलों के महानिदेशक अल्लाहमुराद अफीफीपोर के हवाले से कहा, ‘‘स्टेना इम्पैरो में 18 भारतीय और रूस, फिलीपीन, लात्विया तथा अन्य देशों के पांच क्रू सदस्य सवार हैं कैप्टन भारतीय है लेकिन टैंकर पर ब्रिटेन का झंडा है’’


उन्होंने बताया, ‘‘स्टेना इम्पैरो की मछली पकड़ने वाली एक नौका से भिड़ंत हुई’’ जहाज के कैप्टन ने ब्रिटेन के टैंकर से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उसे सिग्नल नहीं मिला


स्टेना बल्क के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी एरिक हनेल ने कहा, ‘‘हम इस स्थिति से निपटने के लिए ब्रिटेन और स्वीडन सरकार दोनों के करीबी संपर्क में हैं और हम अपने नाविकों के परिवारों के साथ करीबी संपर्क रख रहे हैं’’


जुलाई की शुरुआत में ब्रिटिश मरीन और जिब्राल्टर पुलिस ने इबेरियन प्रायद्वीप के दक्षिण तट पर ईरान के एक टैंकर को जब्त कर लिया था.