काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कल रात को काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है. इस हमले की जिम्मेदारी ISIS खोरासान ने ली है. काबुल में अमेरिका के रेस्क्यू ऑपरेशन को एक बड़ा झटका लगा है. ISIS आतंकियों के फिदायीन हमले में 12 अमेरिकी सैनिकों समेत 70 से ज्यादा लोगों की जान कल चली गई. राष्ट्रपति बाइडन ने चेतावनी दी है, कि उन्हें छेड़ने वालों को वो अब छोड़ेंगे नहीं. काबुल में हुए हमले की गूंज दुनिया के कोने कोने में सुनाई दी. धमाके में बेकसूर लोगों की मौत से दुनिया सदमे और गुस्से में है. क्योंकि ये सिर्फ अफगानी नागरिकों और अमेरिकी सैनिकों पर हमला नहीं बल्कि पूरी मानवता पर चोट है.


जो बाइडेन बोले- हम तुम्हें माफ नहीं करेंगे, हम तुम्हें नहीं भूलेंगे
इस हमले पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ''इस हमले को अंजाम देने वालों के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वाले कोई भी व्यक्ति ये जान ले कि हम तुम्हे माफ नहीं करेंगे. हम तुम्हे नहीं भूलेंगे. हम तुम्हे मार गिराएंगे, तुम्हे भुगतान करना ही होगा. हम अपने और अपने लोगों के हितों की रक्षा करेंगे." अमेरिका ने इसी तरह आईएस के मुखिया बगदादी को भी मौत के घाट उतारा था. अब एक बार फिर अमेरिका पूरी ताकत से आतंकियों पर कहर बनकर टूटने का एलान कर रहा है.


अमेरिकी कमांडर बोले- फिर से कोशिश कर सकते हैं आतंकी
सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल केनेथ मैकेनजी ने कहा, ''हमें लगता है कि आतंकी फिर से हमले कर सकते हैं इसीलिए हम हर वो कोशिश कर रहे हैं, जिससे ऐसे हमलों से निपटा जा सके. इसमें तालिबान से संपर्क भी शामिल है जो वास्तव में हवाई क्षेत्र के चारों ओर बाहरी सुरक्षा घेरा प्रदान कर रहे हैं.''


ब्रिटेन, भारत, फ्रांस, संयुक्त राष्ट्र ने की हमले की निंदा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार देते हुए कहा कि लोगों के निकालने के अभियान तेजी से जारी रखने की जरूरत है. भारत ने भी मानवता के कातिलों की कड़े शब्दों में निंदा की है. जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त राष्ट्र सब एक सुर में आतंकी हमले पर दुख जता रहे हैं. अफगानिस्तान के हालात पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने सुरक्षा परिषद परमानेंट सदस्यों की बैठक भी बुलाई है


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने की हमले की निंदा
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है. गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने प्रेसवार्ता में कहा, ' महासचिव काबुल की वर्तमान स्थिति और विशेष रूप से हवाई अड्डे के हालात को लेकर चिंतित हैं और इस पर करीबी नजर रख रहे हैं. वह इस आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं जिसमें कई नागरिक मारे गए और घायल हुए. वह मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.'


तनावपूर्ण स्थिति का कर रहे सामना- इमैनुएल मैक्रों 
इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि कुछ घंटे पहले हुए धमाकों के कारण काबुल हवाईअड्डे के पास हालात गंभीर रूप से बिगड़े हैं. आयरलैंड के डबलिन में अपने दौरे के दौरान मैक्रों ने कहा, ' हम एक अत्यंत तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे हैं, ऐसे में हमें अपने अमेरिकी सहयोगियों के साथ समन्वय करना चाहिए. हवाई अड्डे पर हालात अनुकूल रहने तक फ्रांस अपने नागरिकों, अन्य सहयोगी देशों के लोगों और अफगानों को निकालना जारी रखेगा.'


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