मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद को 76 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष के रूप में तीन-चौथाई बहुमत के साथ चुना गया है. इस दौरान 191 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया जिसमें उन्हें कुल 143 मत मिले. इस चुनाव में उनके विपक्ष में अफगानिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री डॉ जलमई रसूल उम्मीदवार बने थे. जिन्हें कुल 48 मत प्राप्त हुए हैं.


भारत ने किया था समर्थन


अब मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद सितंबर में आयोजित होने वाली 76 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्षता करेंगे. भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की नवंबर 2020 में मालदीव यात्रा के दौरान उन्होंने अब्दुल्ला शाहिद के लिए अपने समर्थन की घोषणा की थी. केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ट्विटर पर शाहिद को उनके चयन पर बधाई दी.






पहली बार मालदीव से चुना गया अध्यक्ष


बता दें कि यह संयुक्त राष्ट्र की ओर से वार्षिक आधार पर आयोजित एक पद है, जिसे विभिन्न क्षेत्रीय समूहों के बीच आयोजित किया जाता है. 2021-22 के 76 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के लिए एशिया-प्रशांत समूह की बारी है. वहीं यह पहली बार है जब मालदीव संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष के पद पर आसीन होगा.


2018 में बनाया गया था उम्मीदवार


मालदीव की ओऱ से दिसंबर 2018 में शाहिद की उम्मीदवारी की घोषणा की गई थी. उस समय कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में नहीं था. विशेष रूप से बहुपक्षीय मंचों पर विशाल राजनयिक अनुभव और मजबूत साख के साथ शाहिद संयुक्त राष्ट्र महासभा के शीर्ष कार्यालय को संभालने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं.


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