Malaysia News: मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में एक हिंदू मंदिर को हटाकर मस्जिद बनाने का मामला विवाद का कारण बना हुआ था. हालांकि मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा है कि यह विवाद सुलझा लिया गया है. उन्होंने इसे सामान्य समझ की जीत बताया.
कट्टरपंथी इस बात से खुश नहीं हुए. उन्होंने सोशल मीडिया पर मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर भड़काऊ बातें फैलानी शुरू कर दीं. इसके बाद हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले एक मुस्लिम धर्मगुरु को गिरफ्तार कर लिया गया.
जानें क्या है पूरा मामला
कुआलालंपुर में 130 साल पुराने देवी श्री पथराकालीअम्मन मंदिर को हटाने का विवाद चल रहा है. यह मंदिर शहर के बीचों-बीच फ्लैटों और कपड़ा दुकानों के बीच एक छोटी लेकिन कीमती जमीन पर बना हुआ है. इस सरकारी जमीन पर मलेशिया के अमीर लोगों की नजर पहले से थी. साल 2014 में मलेशिया की बड़ी कपड़ा कंपनी जैकेल ने इस जमीन को सरकार से ले लिया. अब कंपनी यहां मस्जिद बनाना चाहती है, जिसके लिए मंदिर को हटाना जरूरी बताया जा रहा है.
मलेशियाई सरकार ने कही ये बात
मलेशियाई सरकार का कहना है कि देवी श्री पथराकालीअम्मन मंदिर को उसकी पुरानी जगह से हटाने का रास्ता साफ हो गया है. अब इस मंदिर को उसकी पुरानी जगह से 50 मीटर दूर एक नई जगह पर बनाया जाएगा और इस पर सभी पक्षों की सहमति बन गई है. सरकार का दावा है कि इससे 11 साल से चल रही बातचीत खत्म हो गई है. इस समझौते के बाद प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने गुरुवार को टेलीविजन कैमरों के सामने 'मस्जिद मदनी' नाम की एक नई मस्जिद की आधारशिला रखी.
प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम का बयान आया सामने
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने एक कार्यक्रम में कहा कि यह समय मुस्लिम समुदाय के लिए इस्लाम की बुद्धि और शक्ति को अहंकार से नहीं, बल्कि न्याय और निष्पक्षता से दिखाने का है. उन्होंने कहा, 'हमारी जीत तब होती है जब हम दया, न्याय और अच्छा व्यवहार दिखाते हैं, न कि नफरत और कटुता से काम लेते हैं.'
अनवर ने माना कि मंदिर के मुद्दे पर वह दोनों समुदायों के विरोधी गुटों के बीच फंस गए थे, खासकर जब आस्था और पहचान को लेकर लोग ज्यादा भावुक हो रहे थे. उन्होंने कहा, 'कट्टरपंथी मुस्लिम गुट मुझे हिंदुओं की मांगों के आगे झुकने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि कुछ हिंदू चरमपंथी कह रहे हैं कि मैं सभी को इस्लाम में बदलना चाहता हूं.'
कट्टरपंथी मुस्लिम इस बात पर हैं नाराज
प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की बातों के बाद भी सोशल मीडिया पर तनाव बना हुआ है. मुस्लिम कट्टरपंथी इस बात से नाराज हैं कि मंदिर हटाने के बदले उसे नई जमीन मुफ्त में क्यों दी जा रही है. उनका कहना है कि यह मंदिर औपनिवेशिक काल में बिना किसी आधिकारिक जमीन के बनाया गया था इसलिए सरकार को इसे दूसरी जगह जमीन नहीं देनी चाहिए. इस मुद्दे को लेकर पूरे मलेशिया में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है, जिसे कट्टरपंथियों का समर्थन मिल रहा है.
मौलाना को किया गया गिरफ्तार
कुआलालंपुर के पुलिस महानिरीक्षक रजारुद्दीन हुसैन ने बताया कि उत्तरी मलेशिया के पर्लिस राज्य के कांगर में 41 साल के धर्मगुरु ज़मरी विनोथ को एक देशद्रोही पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया है. रजारुद्दीन ने कहा, 'शिकायतकर्ता ने मंदिर स्थानांतरण को लेकर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियां देखीं और पुलिस से उनकी जांच करने की मांग की.' शिकायत में कहा गया कि धर्मगुरु की टिप्पणियों में देशद्रोह के तत्व थे और हिंदू धर्म को बदनाम किया गया था.