Israel Hamas War: हमास के साथ जारी जंग के बीच इजरायल को मलेशियाई सरकार ने तगड़ा झटका दिया है. दरअसल, गाजा में जारी इजरायली बमबारी को फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार और क्रूरता बताते हुए मलेशिया ने इजरायल के झंडे वाले सभी मालवाहक जहाजों को अपने बंदरगाहों पर उतरने से प्रतिबंधित कर दिया है. इसके साथ ही मलेशिया ने इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. 


बुधवार (20 दिसंबर) को मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध में इजरायल की क्रूर कार्रवाई के खिलाफ यह प्रतिबंध लगाया गया है. उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायल द्वारा जारी क्रूरता की निंदा की. साथ ही उन्होंने इजरायल से संबद्ध जहाजों पर समुद्री प्रतिबंध लगाने के निर्णय की घोषणा की. 


सबसे बड़ी शिपिंग कंटेनर कंपनी पर भी बैन 


आगे उन्होंने कहा कि इजराइल जाने वाले जहाजों को तत्काल प्रभाव से दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र के किसी भी बंदरगाह पर माल लोड करने से रोक दिया जाएगा. अनवर ने कहा कि मलेशियाई सरकार ने इजरायल स्थित शिपिंग कंपनी ZIM को किसी भी मलेशियाई बंदरगाह पर डॉकिंग करने से रोकने और अनुमति न देने का फैसला किया है. बता दें कि ZIM दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी शिपिंग कंटेनर कंपनी है. 


गाजा की लगातार मदद कर रहा है मलेशिया 


गौरतलब है कि मलेशिया में 60 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की है. ऐसे में वह इजरायल के साथ राजनयिक संबंध नहीं रखता है.  इसके साथ ही मलेशिया ने गाजा को लाखों डॉलर की सहायता दी है और अनवर ने फिलिस्तीनी मुद्दे का मुखर समर्थन किया है और 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायल की बमबारी की निंदा की है. अक्टूबर में युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायली हमलों में कम से कम 19,667 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं इजरायल पर हमास के हमले से मरने वालों की संख्या लगभग 1400 है. मालूम हो कि सात अक्टूबर को हमास ने ही अचानक इजरायल पर हमला कर युद्ध की शुरुआत की थी.


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