अमेरिका: 46वें राष्ट्रपति के तौर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने से चंद मिनट पहले जो बाइडेन ने निजी इंस्टाग्राम पोस्ट किया. वीडियो क्लिप में पति अपनी पत्नी डॉक्टर जिल बाइडेन के साथ निजी पल बिताते हुए नजर आ रहे हैं. पत्नी अपने पति के पास पहुंचकर उनका हाथ दबाती हैं.


मंगलवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने अपने गृह प्रदेश को भावभीनी विदाई दी. वीडियो से पता चलता है कि बाइडेन परिवार के लिए शादी का क्या मतलब है-समर्थन, स्नेह और स्वीकृति. जो ने अपने पोस्ट का समर्थन करते हुए कैप्शन में लिखा, "मैं तुम्हें प्यार करता हूं, जिली."





सुख- दुख का संगम है बाइडेन परिवार की कहानी 


कॉलेज छात्र से लेकर अमेरिका की प्रथम जोड़ी बनने तक दोनों का सफर प्रेरणास्रोत है. राष्ट्रपति जो बाइडन की उम्र जहां 78 साल की हो चुकी है वहीं प्रथम महिला 69 साल की हैं. जो ने जिल को शादी से पहले पांच बार प्रपोज किया था. साफ है दोनों के बीच आगे काफी घनिष्ठ संबंध रहनेवाला था. 1972 में सीनेटर निर्वाचित होने के छह हफ्ते बाद जो बाइडेन को दिल दहला देनेवाला फोन कॉल मिला. उनकी पत्नी और कॉलेज की साथी नीलीया की ट्रैक्टर-ट्रेलर की टक्कर में मौत हो गई.


हादसे में मां के साथ एक वर्षीय बेटी नाओमो को भी जान से हाथ धोना पड़ा. हालांकि, गनीमत ये रही कि दोनों बेटे 4 वर्षीय बीऊ और 3 वर्षीय हंटर की जान बच गए. बुरी तरह जख्मी होने के बाद उन्हें इलाज के लिए महीनों अस्पताल में रहना पड़ा. इस तरह, पत्नी की मौत से 30 साल की उम्र में जो बाइडन अपने बच्चों के सिंगल पिता की भूमिका में हो गए. बच्चों की देखभाल के लिए उन्हें वॉशिंगटन से विलमिन्गटन तक का सफर हर रात ट्रेन से करना पड़ता. जिल से मुलाकात के पहले तीन वर्षों तक सिलसिला चलता रहा.


2007 में अपनी जीवनी में जो ने जिल के बारे में लिखा था, "उसने मेरी जिंदगी को वापस पटरी पर ला दिया. उसने मुझे परिवार के बारे में सोचना शुरू कराया." वोग पत्रिका के साथ इंटरव्यू में जिल ने अपनी पहली डेट को याद करते हुए बताया था, "मैं सीनियर थी, और मैं जींस, क्लॉग्स और टी-शर्ट वाले लोगों को डेट कर रही थी. जो मेरे दरवाजे पर आए, उस वक्त उन्होंने स्पोर्ट कोट और लोफर पहन रखा था, मैंने सोचा, ये सैकड़ों वर्षों में नहीं होने जा रहा है. जो मुझसे उम्र में 9 साल बड़े थे. लेकिन हम दोनों आखिरकार दोस्त बन गए. मैं सीढियों के ऊपर गई और अपनी मां को एक बजे रात में पुकारा, मां मुझे आखिरकार एक सज्जन मिल गया."


शादी के प्रस्ताव को पांच बार ठुकरा चुकी हैं जिल


जोड़ा रिश्तों को लेकर बहुत जल्द ही गंभीर हो गया. जिल जो के बच्चों की देखभाल करने लगी. जिल ने बताया था, "जब जो देर रात तक काम करते, तो मैं रात का खाना बनाकर खिलाती और उन्हें साथ रखती. दिन में बच्चों को स्कूल से लाने में जो की कभी-कभी मदद करती. हम दोनों शाम को टीवी देखते हुए बिताते. हमने अपने रिश्ते की बुनियाद की शुरुआत बच्चों के पिता को छोड़ते हुए की." लेकिन बच्चों और जो से प्यार के बावजूद जिल ने पांच बार शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.


पहले पति बिल स्टीवेन्स से अलग होने के बाद जिल शादी को लेकर आम तौर पर सावधान रहने लगीं. जिल को अपना कैरियर पसंद था और राजनीतिक जीवन साथी की भूमिका में उसे खुद को खोने का डर था. उससे ज्यादा जिल दो बच्चों का पालन-पोषण करने की गंभीरता पर सचेत थी. जिल ने वोग को बताया था, "शादी के हर प्रस्ताव पर मैं यही कहती, अभी नहीं, क्योंकि उस वक्त मुझे लड़कों से प्यार हो गया था और मुझे लगता था कि ये शादी सफल हो सकती है क्योंकि उन्होंने अपनी मां को खो दिया था."


जो बाइडेन हनीमून पर बच्चों को भी ले गए थे साथ


1977 में जिल और जो बाइडन ने आखिरकार शादी कर ली. अपने साथ बच्चों को भी दोनों हनीमून पर ले गए. 1981 में उन्हें एशले के रूप में एक बेटी हुई. जिल ने 1981 में मास्टर ऑफ एजुकेशन की डिग्री ली. अपनी बेटी के जन्म के कई सालों बाद उन्होंने अंग्रेजी को पढ़ाने का फैसला किया. इस दौरान उन्होंने अंग्रेजी में मास्टर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई भी जारी रखी. 1987 में उन्हें अंग्रेजी में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री मिली.


1987 में जो ने दो दशक सीनेटर के तौर पर रहते 1988 के राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए डेमोक्रेट की उम्मीदवारी हासिल करने का एलान किया. जिल ने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर अभियान चलाया, लेकिन दांव कामयाब नहीं हो सका और उन्हें अपनी दावेदारी वापस लेनी पड़ी. बाइडन जोड़ा कैरियर को लेकर अपनी राहों पर अलग चलता रहा. जिल ने बच्चों की देखभाल करते हुए पढ़ाना जारी रखा.


जब 2008 में बराक ओबामा के टिकट पर जो को उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर एलान किया गया, जो बाइडेन ने पत्नी जिल का परिचय ये कहते हुए कराया, "मेरी पत्नी, जिल, जिसे आप जल्द ही मिलेंगे. मेरी पत्नी की डॉक्टरेट की डिग्री एक समस्या है." चिढ़ाने के बावजूद जो ने अपनी पत्नी के कैरियर का समर्थन जारी रखा. 2015 में दोनों के जीवन में एक अनहोनी घटना घटी. बेटा बीऊ की मौत ब्रेन कैंसर के चलते 45 साल की उम्र में हो गई.


मृत्यु से दो साल पहले बीऊ में ब्रेन कैंसर की पहचान हुई थी. जिल ने एक इंटरव्यू में बताया था, "मैं बिल्कुल टूट चुकी थी, पल भर में मेरी जिंदगी बदल गई. उसकी बीमारी के दौरान मैं मानती थी कि जिंदगी कुछ दिन और बची है और मैंने कभी नहीं उम्मीद छोड़ा" घटना के बाद दोनों एक साथ परिवार और विश्वास के आसपास इकट्ठा हो गए और पूरा बाइडेन परिवार पहले से ज्यादा मजबूत बनकर उभरा. बीऊ की मौत के बाद हंटर ने अपने पिता का मूल सिद्धांत एक इंटरव्यू में साझा किया किया था, "परिवार का पहला नंबर है, उसके बाद ही कुछ और है. ये उनके कामों से झलकता है."


वक्त बीतने के साथ बाइडन परिवार दुखों से बाहर निकला, जो ने एक बार फिर 2020 में राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवारी का फैसला किया. इस दौरान जिल उनके साथ साए की तरह खड़ी नजर आईं. सार्वजनिक मंच से उन्होंने अपने पति की सराहना की. उन्होंने सबसे मजबूत शख्स करार देते हुए जो को रीढ़ की हड्डी बताया. दोनों सोशल मीडिया पर एक दूसरे के प्रति समर्पित संदेश शेयर करते रहे हैं, लेकिन अब उनका प्यार छोटे निजी पलों से ज्यादा स्पष्ट है, जैसा कि जो ने अपने इंस्टाग्राम पर शपथ ग्रहण से पहले साझा किया.


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