Israel Iran War: इजरायल ने ईरानी हमले को रोकने के बाद अपने डिफेंस ऑपरेशन का नाम 'आयरन शील्ड' दिया है. IDF ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि ईरान द्वारा लॉन्च किए गए ड्रोन और मिसाइलों को इजरायल के डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक रोक दिया है. आधिकारिक तौर पर इस ऑपरेशन का नाम 'आयरन शील्ड' दिया गया है. इसको लेकर आईडीएफ ने एक्स हैंडल पर ट्वीट किया है.


दरअसल, सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर 1 अप्रैल को हवाई हमला हुआ था. इस हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के अधिकारियों सहित कम से कम 16 लोग मारे गए. इस हमले पर ईरान ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई में इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए. 


इजरायली सेना आईडीएफ ने बताया कि ईरान द्वारा लॉन्च किए गए 170 ड्रोन और 150 मिसाइलों (30 क्रूज, 120 बैलिस्टिक) से हमला किया गया. इनमें से 99% फीसदी हमले को अमेरिकी डिफेंस सिस्टम की मदद से रोक दिया गया. वहीं पश्चिमी देशों ने इजरायल का समर्थन किया है और ईरान की निंदा की है. पश्चिमी देशों ने ईरान और इजरायल से आग्रह किया है कि दोनों देश किसी के उकसावे में नहीं आएं, क्योंकि पहले से ही इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है.


इजरायल लेगा ईरान से बदला
इस बीच, द टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाले युद्ध मंत्रिमंडल ने इस हमले का बदला लेने के लिए चर्चा पूरी कर ली है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले सोमवार तक जवाबी कार्रवाई की जा सकती है. दूसरी तरफ ईरान ने इजरायल को धमकी दिय है कि वह इजरायल के किसी भी हमले की कड़ी प्रतिक्रिया देगा. 






रूस हुआ ईरान के साथ
इसके अलावा रूस अब खुले तौर पर ईरान के समर्थन में आ गया है. रूस ने कहा है कि अगर अमेरिका ने इजरायल का साथ दिया तो रूस शांत नहीं रहेगा. फिलहाल, रूस ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन अमेरिका को चेतावनी भी दी है. रूस ने कहा कि यदि अमेरिका इजरायल के समर्थन में काम किया तो रूस हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगा. 


यह भी पढ़ेंः रूस की अमेरिका को धमकी- खबरदार, अगर इजराइल का साथ दिया तो हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेंगे