Israel Iran War : ईरान के हमले के बाद अमेरिका लगातार इजरायल पर बदला न लेने के लिए दबाव बना रहा है, लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का प्लान कुछ और ही है. उन्होंने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई को लेकर अमेरिका के दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया है. इसको लेकर वॉर कमिटी की बुधवार को मीटिंग भी की गई थी. इसमें नेतन्याहू ने कहा, इजरायल अपने फैसले खुद लेगा और अपनी रक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करेगा. भले ही कोई कुछ भी सलाह दे.


बता दें कि इससे पहले कैबिनेट ने सैन्य कार्रवाई के लिए मंजूरी भी दी थी. मीटिंग में यह फैसला ब्रिटिश और जर्मन विदेश मंत्रियों से नेतन्याहू की मुलाकात के बाद लिया गया था. ईरान ने इजरायल पर 350 मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया था, जिसके बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून और जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक तेल अवीव जायजा लेने पहुंचे थे.


पश्चिमी देश दे रहे जंग शुरू न करने की सलाह
नेतन्याहू से मुलाकात के बाद जर्मनी और ब्रिटेन ने इजरायल को युद्ध न करने की सलाह दी है. दोनों मंत्रियों ने इजरायल को संयम रखने की अपील की है और कहा कि ईरान के खिलाफ कोई भी कार्रवाई मीडिल ईस्ट को बड़े युद्ध की तरफ ले जा सकती है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी नेतन्याहू को साफ कह चुके हैं कि अगर ईरान पर हमला होता है तो अमेरिका इसमें इजरायल की मदद नहीं करेगा. वहीं, इजरायल में हमले के बाद ईरान को छोड़ा नहीं जाना चाहिए, इस मुद्दे पर राजनीति संगठनों और सेना की भी एक राय है। उनका मानना है कि तेहरान को ये संदेश जाना चाहिए कि इजरायल पर हमले की कीमत चुकानी होगी.


नेतन्याहू ने पश्चिमी देशों को बताया अपना प्लान


कैबिनेट की मीटिंग में नेतन्याहू ने कहा, ब्रिटेन और जर्मनी के नेताओं के सुझाव और सलाह की हम सराहना करते हैं, लेकिन इजरायल अपने फैसले खुद करेगा और अपने बचाव के लिए वह सब कुछ करेगा, जो जरूरी होगा. वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री कैमरून ने मीडिया से बातचीत में कहा, जब यह स्पष्ट है कि तेहरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई होगी तो उम्मीद है कि यह सख्त होने के साथ स्मार्ट भी हो और तनाव जितना कम हो उसे किया जाना चाहिए.


वहीं, जर्मनी की विदेश मंत्री ईरान पर हमले को लेकर ज्यादा खिलाफ रही है. उन्होंने कहा कि उनका देश इजरायल के साथ है, लेकिन ईरान और उसके प्रॉक्सी हिजबुल्लाह या हूतियों को आग में घी डालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. यूरोपीय संघ तेहरान के खिलाफ और प्रतिबंध लगाने पर प्लानिंग कर रहा है.