इजरायल की बमबारी ने गाजा को खंडहरों में तब्दील कर दिया है. हालांकि इसके बावजूद उत्तरी गाजा में कुछ इमारतें खड़ी तो हैं लेकिन वो जमीन से बाहर निकली हड्डियों की तरह दिख रही हैं. बता दें कि पिछले हफ्ते इजरायली सेना (आईडीएफ) ने एपी के फोटोग्राफर और अन्य पत्रकारों को गाजा सिटी के पूर्वी किनारे पर घूमने का मौका दिया. 

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ये इलाका अब पूरी तरह तबाह हो चुका है. इजरायली सेना का कहना है कि यह हमास के लड़ाकों का मुख्यालय था. उन्होंने इमारतें और सड़कें नष्ट करने का प्रयास किया. बता दें कि शिजायिया नाम का ये मोहल्ला इजरायल के एक किबुट्ज के नजदीक है, उसी जगह पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने हमला किया था. जिसके बाद शुरू हुआ इजरायल-गाजा युद्ध लंबे समय तक चला.  

'हम चाहते हैं कि हमास यहां कभी वापस न लौटे'शिजायिया के अलावा दक्षिणी रफाह और खान यूनिस का भी हाल इजरायली सेना ने कुछ ऐसा ही किया है. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नादाव शोशानी ने पत्रकारों से कहा कि इन इलाकों में हमें यह सुनिश्चश्चित करना है कि यह आतंक-मुक्त क्षेत्र बने और हमास यहां कभी वापस न लौटे. उन्होंने कहा कि अगर कोई इलाका आतंकी संरचना है, तो वहां पर दोबारा निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता. उनका कहना है कि घर के नीचे 100 मीटर गहरी सुरंग हो तो उस जगह पर निर्माण असंभव है. 

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संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठन चिंतितशोशानी ने ये भी बताया कि हाल ही में हमास के लड़ाके इस इलाके में नए हथियार लगाने की कोशिश कर रहे थे. दो घंटे के दौरे के दौरान कोई इंसान नजर नहीं आया, सिवाय इजरायली सैनिकों के. बता दें कि शिजायिया का ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान जैसा हो गया है. सड़कें गायब हैं, घरों के टुकड़े बिखरे पड़े हैं. संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठन इस सब पर चिंतित हैं. उनका कहना है कि लाखों लोग बेघर हो गए हैं. 

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