Israel Hamas War In Gaza: इजरायल में घुसकर फलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के अमानवीय क्रुर हमले के बाद इजरायली सेना (इजरायली  डिफेंस फोर्सेस- IDF) ने हमास को जड़ से मिटाने की कसम खा ली है. इसके लिए पूरे गाजा पट्टी को सेना ने घेर रखा है लेकिन जमीनी कार्रवाई शुरू नहीं हो पा रही.


इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से हमास के खिलाफ युद्ध के ऐलान के बाद इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर 9 हजार टन बम गिराया है. साथ ही हवाई हमले में हमास के दर्जनों टॉप लीडर्स को मार गिराया है. इजरायल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पूरे गाजा पट्टी को अपने नियंत्रण में लेगा और हमास को नेस्तनाबूद करेगा.


गाजा को घेर चुकी है इजरायल की सेना


इसके लिए गाजा पट्टी को चारों तरफ से इजरायली सेना ने घेर लिया है और लगातार हवाई हमले हो रहे हैं. इसके टैंक, तोप और अन्य अत्याधुनिक हथियारों से लैस इजरायली बलों के जवान गाजा पट्टी में जमीनी ऑपरेशन शुरू नहीं कर पा रहे हैं. इसे लेकर पूरी दुनिया यह सोच रही है कि हमास के खात्मे की कसम खाने के बावजूद इजरायली बल जमीनी हमले क्यों नहीं कर रहे हैं?


हमला नहीं करने के लिए क्यों दबाव बना रहे हैं अमेरिका और यूरोपीय देश


इस बारे में पता चला है कि अमेरिका और यूरोपीय देशों ने इजरायल को इस बात के लिए तैयार किया है कि वो हमास के कब्जे से इजरायली नागरिकों के साथ दुनिया भर के विभिन्न देशों के नागरिकों को पहले छुड़ाए. अगर जमीनी ऑपरेशन शुरू होगा तो बंधकों को रिहा करवाने में न केवल देरी होगी, बल्कि इसमें कई मुश्किलें भी खड़ी हो जाएंगी. इसीलिए इजरायली बलों के जवान गाजा पट्टी में जमीनी ऑपरेशन शुरू नहीं कर पा रहे हैं.


टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से शुक्रवार को जब पूछा गया कि गाजा पट्टी में इजरायल को जमीनी हमले करने में क्या तब तक देरी करनी चाहिए जब तक सभी बंधकों को छुड़ा नहीं लिया जाए? इसके जवाब में बाइडेन ने कहा था- हां बिलकुल. इससे पहले बाइडेन ने दावे किए थे कि इजरायल पर हमास के हमले सऊदी अरब और इजरायल कं सामान्य होते रिश्तों को रोकने के लिए किए गए हैं.


इजरायल के एक सीनियर अधिकारी न द टाइम्स ऑफ इजरायल को बताया है कि अमेरिका और यूरोप की सरकारें गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करने से पहले बंधकों को रिहा करवाने को प्राथमिकता दे रही हैं.


हमास ने रिहा किए अमेरिका के दो नागरिक


इस बीच कतर के हस्तक्षेप के बाद हमास ने एक दिन पहले ही अमेरिका की दो नागरिकों मां और बेटी को रिहा किया है. हमास के इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा, "कतर की मध्यस्थता के जवाब में हमने मानवीय कारणों से अमेरिका की मां-बेटी को रिहा कर दिया है."
इनका नाम 59 वर्षीय जूडिथ रैनन और उनकी 18 वर्षीय बेटी नताली रैनन हैं. हमास के हमले के बाद से उनके परिवार के करीब 10 अन्य सदस्य अभी भी लापता हैं. रिहा होने के बाद जो बाइडेन ने इन दोनों से फोन पर बात की है.


इजरायल भी बंधकों को पहले रिहा करवाने के पक्ष में, लेकिन जंग रहेगी जारी


इजरायल के रक्षा मंत्री सोव गैलेंट में शुक्रवार की रात इजरायली डिफेंस फोर्सेस के अधिकारियों से गाजा सीमा के पास मुलाकात की है. इधर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोग घर लौट रहे हैं और सभी बंधकों को वापस लाने का प्रयास किया जाएगा, इसमें पीछे नहीं हटेंगे.


इससे स्पष्ट है कि इजरायल भी पहले बंधकों को छुड़ाने को प्राथमिकता दे रहा है. हीलांकि नेतन्याहू ने यह भी कह दिया है कि हमास के ख़िलाफ जंग नहीं रुकेगी नहीं तब तक जब तक हम उसका पूरा खात्मा न हो. यह इस बात के संकेत है कि गाजा पट्टी में इजरायली सेना जमीनी ऑपरेशन तो करेगी लेकिन पहले बंधकों को छुड़ाने के बाद.


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