UN Member Killed in Gaza: संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने वाले एक भारतीय की गाजा में हत्या कर दी गई. भारतीय जिस वाहन से जा रहा था, उसपर राफा शहर में हमला हुआ है. यह भारतीय मूल का व्यक्ति UN के लिए काम कर रहा था. राफा में मारा गया भारतीय मूल का व्यक्ति भारतीय सेना का पूर्व सदस्य भी रह चुका है. हालांकि, मृतक की विशिष्ट पहचान नहीं हो सकी है. सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने पुष्टि की कि वह भारत से था और भारतीय सेना का पूर्व जवान था.


इस मौत को पहली अंतरराष्ट्रीय क्षति के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि अभी तक संयुक्त राष्ट्र के किसी भी सदस्य की मौत नहीं हुई थी. यह घटना तब हुई जब राफा में यूरोपीय अस्पताल के रास्ते से संयुक्त राष्ट्र का वाहन गुजर रहा था. इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के वाहन में टक्कर मारी गई है. इस वारदात में एक भारतीय कर्मी की मौत हो गई और एक अन्य संयुक्त राष्ट्र के सेफ्टी एवं सिक्योरिटी विभाग (DSS) का कर्मचारी घायल हुआ है.


संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में हुए हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र कर्मियों पर सभी हमलों की निंदा की और घटना की गहन जांच की बात कही. गुटेरेस ने मृत स्टाफ सदस्य के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और लोगों की देखभाल में लगे कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर जोर देते हुए गाजा में मानवीय युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता को दोहराया.


संयुक्त राष्ट्र ने बंधकों की रिहाई पर क्या कहा
एंटोनियो गुटेरेस ने एक बयान में कहा कि फिलिस्तीन में नागरिकों की मौत के अलावा सहायता कर्मियों की मौत चिंताजनक है. इस दौरान उन्होंने हमास की तरफ से बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई की बात भी कही. उन्होंने कहा कि गाजा में युद्ध का बुरा असर जारी है, इसका असर न सिर्फ नागरिकों पर पड़ रहा है, बल्कि अब मानवीय सहायता देने वालों पर भी पड़ने लगा है. 


गाजा में संयुक्त राष्ट्र की पहली मौत
एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गाजा में हुई मौत की पुष्टि  करते हुए कहा कि हमले का शिकार हुए लोग 'अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी' थे. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि संघर्ष के दौरान यह संयुक्त राष्ट्र की पहली अंतरराष्ट्रीय दुर्घटना है. हक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र का वाहन यूरोपीय अस्पताल में सुरक्षा स्थितियों का आकलन करने जा रहा था, इसी दौरान हमला हुआ है. उन्होंने कहा कि गाजा में अन्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौतें हुई हैं, लेकिन यह घटना संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को शामिल करने वाली पहली घटना है.


इजरायल हमास युद्ध में भारी संख्या में हुई मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक, टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने भी संयुक्त राष्ट्र के कर्मी की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने युद्धविराम का आग्रह करते हुए शांति बहाली के लिए प्रयास करे की बात कही. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के मुताबिक, 7 अक्टूबर, 2023 से 12 मई, 2024 के बीच गाजा में भारी संख्या में हताहतों की संख्या दर्ज की गई है. इसमें हजारों लोग मारे गए और घायल हुए हैं.


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