Israel Iran War News Highlights: ईरान ने इजरायल पर दागीं सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइल, हमले में 7 घायल, तेल अवीव में बज रहे सायरन
Israel Iran Attack Highlights: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान पर किया गया हमला पूरी तरह सफल रहा है. उन्होंने अपने देशवासियों से सतर्क रहने की अपील की है.
बैकग्राउंड
इजराइल ने आज (शुक्रवार, 13 जून 2025) तड़के ईरान पर हमला करने की पुष्टि की है. यह हमला दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव का...More
सऊदी मीडिया अल-अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान की सरकार ने हिज्बुल्ला को साफ चेतावनी दी है कि वह ईरान के समर्थन में इजरायल पर हमले का हिस्सा न बने. सरकार ने हिज़्बुल्ला से कहा, "अब वह समय नहीं रहा जब संगठन बिना सरकार की अनुमति के युद्ध का फैसला कर ले."
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने राष्ट्र के नाम रिकॉर्ड किए गए संदेश में इजराइली हमलों का बदला लेने का संकल्प लिया. खामेनेई ने कहा कि हम इजरायल को लाचार बना देंगे.
ईरान की सरकारी समाचार वेबसाइट ने कहा कि ईरान ने इजराइल की ओर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. यरुशलम में धमाके सुनाई दिए हैं. ईरान की ओर से किए गए हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के हमले में 7 लोग घायल हुए हैं.
इजरायल ने ईरान पर फिर से बम बरसाने शुरू कर दिए हैं. आईडीएफ ने तेहरान के फोर्डो परमाणु साइट्स और कोम शहर को निशाना बनाया है.
इजरायल ने एक बार फिर से ईरान पर हमले शुरू कर दिए है. ईरानी मीडिया के अनुसार इजरायल ने अब शिराज और तबरीज शहरों के साथ-साथ नतान्ज न्यूक्लियर साइट पर फिर से हमला शुरू कर दिया है.
इजरायल पर हमले के लिए हिजबुल्लाह ईरान का साथ नहीं देगा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि ईरान समर्थित लेबनानी सशस्त्र समूह इजरायल पर एकतरफा हमला नहीं करेगा.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा इजरायल को चेतावनी दी है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि ईरान की प्रतिक्रिया इतनी भयानक होगी कि इजरायल अफसोस करेगा. उन्होंने ईरान के लोगों से अपने नेतृत्व पर भरोसा करने और उनके साथ खड़े होने का भी आग्रह किया.
ट्रंप ने कहा, "इससे पहले कि देर हो जाए ईरान डील कर ले. मैंने ईरान को सौदा करने के लिए कई मौके दिए. मैंने उन्हें सबसे सख्त शब्दों में कहा बस करो, लेकिन वे डील को पूरा नहीं कर पाए." ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया में अब तक का सबसे बेहतरीन और सबसे घातक सैन्य हथियार बनाता है और इजरायल के पास इसका भंडार है. आने वाले समय में और भी कुछ बड़ा हो सकता है."
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है. ट्रंप ने कहा कि ईरान ने डील नहीं की तो तबाही होगी. उन्होंने कहा कि अगला हमला और भयानक होगा.
इजराइल की सेना का कहना है कि उसके पायलट सुरक्षित लौट आए हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा कि ईरान पर शुक्रवार को किए गए हमले में शामिल सभी इजरायली पायलट सुरक्षित लौट आए हैं. उन्होंने कहा कि इजरायल की सेना अभी भी ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि वायुसेना ने कई लक्ष्यों पर एक साथ हमले किए हैं.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि वह जल्द ही भाषण देंगे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के हमले के बाद ईरान के राष्ट्रपति जनता को संबोधित करेंगे.
सऊदी मीडिया अल-अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान की सरकार ने हिज्बुल्ला को साफ चेतावनी दी है कि वह ईरान के समर्थन में इजरायल पर हमले का हिस्सा न बने. सरकार ने हिज़्बुल्ला से कहा, "अब वह समय नहीं रहा जब संगठन बिना सरकार की अनुमति के युद्ध का फैसला कर ले."
इजराइली सेना (IDF) ने कहा है कि ईरान द्वारा भेजे गए 100 से ज्यादा ड्रोन पर उनका कंट्रोल है और फिलहाल कोई भी ड्रोन इजरायल की सीमा में नहीं पहुंच पाया है. सेना ने दावा किया है कि इजरायली फाइटर जेट्स ने इन ड्रोन को सीमा के बाहर ही मार गिराया है.
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर फ्रांस ने चिंता जताई है. फ्रांस कहा है कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है. फ्रांस के विदेश मंत्री जीन नोइल बैरो ने कहा, "हम अपने साथियों के साथ मिलकर हालात पर नजर रख रहे हैं. सभी पक्षों से अपील है कि वे शांति बनाए रखें और तनाव को और न बढ़ाएं. उन्होंने आगे कहा, "हमारे नागरिकों की सुरक्षा और हमारे हित सबसे जरूरी हैं."
तुर्किए ने इजरायल से अपील की है कि वह ईरान पर किए जा रहे हमले तुरंत बंद करे क्योंकि इससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है. तुर्किए के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "इजरायल की ये आक्रामक कार्रवाई नई लड़ाई की वजह बन सकती है. इन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए." यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत चल रही है और हालात पहले ही काफी तनावपूर्ण हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान (Lin Jian) ने कहा है कि चीन को इजरायल के ईरान पर हमले को लेकर गहरी चिंता है. उन्होंने इस हमले को ईरान की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बताया. लिन जियान ने सभी पक्षों से अपील की कि वे तनाव बढ़ाने वाले किसी भी कदम से बचें और कहा कि चीन इस स्थिति को शांत करने में अपनी भूमिका निभाएगा.
इजरायली सेना (IDF) ने कहा है कि अब लोगों को बम शेल्टर के पास रहने की जरूरत नहीं है. आज सुबह करीब 3:45 बजे लोगों को सतर्कता के चलते ऐसा करने को कहा गया था, लेकिन अब हालात बेहतर होने पर यह निर्देश वापस ले लिया गया है. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, लोगों से कहा गया है कि वे सावधान रहें और आधिकारिक जानकारी पर ध्यान दें.
ईरान पर इजरायल के हमले के बाद, इजरायल की तीन बड़ी एयरलाइंस- एल आल (El Al), अर्किया (Arkia) और इसरएयर (Israir) ने अपने सभी विमान देश से बाहर भेज दिए हैं. तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि विमान बिना किसी यात्री के उड़ाए गए, और एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है. टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसरएयर ने कहा कि यह कदम पिछले कुछ दिनों में बनाई गई आपात योजना का हिस्सा है, ताकि अगर ईरान जवाबी हमला करे तो नुकसान से बचा जा सके.
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने तेहरान के पास ईरान के अंदर ही एक गुप्त ड्रोन बेस तैयार किया था, जिसका इस्तेमाल इजरायल की ओर तैनात सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को निशाना बनाने के लिए किया गया. एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इजरायल ने ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के खिलाफ इस ऑपरेशन की तैयारी सालों पहले शुरू कर दी थी, जिसमें IDF (इजरायली सेना) और मोसाद के बीच करीबी तालमेल के साथ योजना बनाई गई. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हथियार प्रणाली से लैस वाहन भी गुपचुप तरीके से ईरान में भेजे गए, जिससे हमलों को जमीन से भी अंजाम दिया जा सके.
ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए ड्रोन हमलों के बीच, जॉर्डन की राजधानी अम्मान में सायरन बजने लगे, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. जॉर्डन की सरकारी मीडिया के अनुसार, कई ईरानी ड्रोन जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में घुस आए, जिन्हें एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए मार गिराया गया.
इजरायली सेना ने जानकारी दी है कि ईरानी ड्रोन हमलों के जवाब में इजरायल की वायुसेना ने कार्रवाई शुरू कर दी है और ड्रोन को इजरायल की सीमा के बाहर ही मार गिराया जा रहा है. टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक सैन्य अधिकारी ने बताया, "जो ड्रोन अभी तक इंटरसेप्ट नहीं हुए हैं, वे अगले एक घंटे में इजरायल की सीमा में पहुंच सकते हैं." स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और इजरायल पूरी तरह सतर्क है. एयर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टिव कर दिया गया है.
ईरान की न्यूज एजेंसी तस्नीम ने रिपोर्ट किया है कि इजरायल के हमले में छह प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक शहीद हो गए हैं. इनमें अब्दुल हमीद मीनुचेहर, अहमदरेजा जोल्फघारी, अमीरहुसैन फकही, मोटलेब्लिजादेह, मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरेयदून अब्बासी शामिल हैं. इन वैज्ञानिकों की मौत को ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.
ईरान की सरकारी टीवी चैनलों ने ब्लैक रिबन को हटाकर अब देश का राष्ट्रीय ध्वज दिखाना शुरू कर दिया है. यह संकेत है कि अधिकारियों ने शोक की अवधि को समाप्त कर दिया है और अब देश 'गौरव की ओर बढ़ने' के नए दौर में प्रवेश कर रहा है. ईरानी आर्मी के एक्स हैंडल से ये जानकारी दी गई है.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि ईरान के इस्फ़हान परमाणु केंद्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. यह जानकारी ईरानी अधिकारियों द्वारा साझा किए गए अपडेट्स के आधार पर दी गई है.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ईरान ने अपनी सरकारी टेलीविजन पर घोषणा की है कि वह रविवार को अमेरिका के साथ होने वाली परमाणु बातचीत में हिस्सा नहीं लेगा और यह बातचीत अगली सूचना तक स्थगित कर दी गई है.
ईरान-इजरायल तनाव और सुरक्षा हालात को देखते हुए अमेरिकी दूतावास ने इजरायल में अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों को आदेश दिया है कि वे अगली सूचना तक घर के अंदर ही सुरक्षित रहें और बाहर न निकलें.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आदेश पर एडमिरल हबीबुल्लाह सैय्यारी को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की सशस्त्र सेनाओं का कार्यवाहक कमांडर-इन-चीफ नियुक्त किया गया है. वह जनरल बाघेरी की जगह लेंगे, जो हाल ही में इजरायली हमले में मारे गए थे.
ईरान पर इजरायल के हमलों के बाद जॉर्डन ने भी एहतियातन कदम उठाते हुए अपना हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जॉर्डन की एविएशन अथॉरिटी ने बयान में कहा, "क्षेत्र में बढ़ते तनाव के चलते, सभी आने-जाने और ट्रांजिट उड़ानों पर रोक लगाई जा रही है. यह फैसला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एहतियातन लिया गया है." इस बीच, इजरायली सेना (IDF) ने बताया है कि ईरान ने बीते कुछ घंटों में इजरायल पर 100 से ज्यादा ड्रोन हमले किए हैं.
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने कहा है कि ईरान के नटांज परमाणु केंद्र पर इजरायल के हमले के बाद भी वहां रेडिएशन स्तर (radiation) में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. IAEA ने बताया कि कोई परमाणु रिसाव नहीं हुआ है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.
भारत सरकार ने ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है. बयान में कहा गया है कि भारत स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है, खासकर उन रिपोर्ट्स पर जो परमाणु ठिकानों पर हमलों से जुड़ी हैं. भारत ने दोनों पक्षों से अपील की है कि वे तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचें और बातचीत और कूटनीति के रास्ते से मसलों को सुलझाने की कोशिश करें.
ईरान ने इजरायल को करारा जवाब देते हुए 100 से ज्यादा ड्रोन के जरिए अटैक किया है. इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया था.
अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु बातचीत में मदद करने वाले देश ओमान ने कहा है कि इजराइल के हमले बहुत खतरनाक और गैर-जिम्मेदार हैं. ओमान का मानना है कि इससे शांति से हल निकालने की कोशिशों को बड़ा नुकसान हो सकता है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान पर किया गया हमला पूरी तरह सफल रहा है. उन्होंने अपने देशवासियों को कहा है कि ईरान की जवाबी कार्रवाई के दौरान लोगों को लंबे समय तक बम शेल्टरों (सुरक्षित आश्रयों) में रहना पड़ सकता है. नेतन्याहू ने कहा, "हमारा अभियान सफल रहा है, लेकिन अब हमें ईरान के जवाबी हमले के लिए तैयार रहना होगा. सभी नागरिक सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों में रहने की तैयारी रखें."
ईरान की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर होसैन सलामी की मौत इजराइल के हवाई हमले में हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में एक और शीर्ष गार्ड अधिकारी और दो परमाणु वैज्ञानिकों की भी मौत की आशंका जताई गई है.
ईरान की तरफ से किसी जवाबी हमले की आशंका को देखते हुए इजराइल के कुछ अस्पतालों ने इमरजेंसी मोड में काम शुरू कर दिया है. जेरूसलम का हदासा मेडिकल सेंटर (Hadassah Medical Center) अब ऐसे मरीजों को घर भेज रहा है जिनकी हालत ठीक है और जरूरी न होने वाले इलाज फिलहाल रोक दिए गए हैं.
ईरान के नटांज परमाणु केंद्र में एक और तेज धमाका हुआ है. स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक, इस धमाके के बाद इलाके में काला धुआं उठता देखा गया है. यह धमाका ऐसे समय पर हुआ है जब इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों पर हमले शुरू किए हैं. ईरान की परमाणु एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि नटांज में बना परमाणु रिएक्टर अब पूरी तरह से तबाह हो चुका है.
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत डैनी डैनॉन ने कहा है कि इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम का सैन्य अभियान शुरू किया है. यह ऑपरेशन ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाने के लिए चलाया जा रहा है. उनका कहना है कि इससे इजराइल और दुनिया को एक बड़े खतरे से बचाया जा रहा है.
इजराइल द्वारा देशभर में कई ठिकानों पर हवाई हमले किए जाने के बाद, ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को अगली सूचना तक बंद कर दिया है. ईरान की नागरिक उड्डयन संस्था (Civil Aviation Organization) ने इस बारे में नोटिस (NOTAM) जारी करते हुए कहा कि देश का हवाई क्षेत्र अगली सूचना तक बंद रहेगा.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि इजराइल ने ईरान पर हमला करके बहुत बड़ी गलती की है और अब उसे कड़ी सजा भुगतनी पड़ेगी. उन्होंने कहा, "आज सुबह इजराइल ने हमारे देश के रिहायशी इलाकों पर हमला किया. इससे उसने अपनी गंदी और हिंसक सोच को साफ दिखा दिया. अब उसे इस जुर्म की सजा जरूर मिलेगी." खामेनेई ने यह भी कहा, "इस हमले से इजराइल ने अपने लिए एक दर्दनाक अंजाम तय कर लिया है और वह अंजाम उसे जरूर मिलेगा."
ईरान की नूर न्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की तरफ से परमाणु बातचीत कर रहे अली शामखानी इस हमले में बुरी तरह घायल हो गए हैं. हमला उनके घर पर हुआ और इसके बाद उन्हें इलाज के लिए तेहरान के अस्पताल में भर्ती किया गया है. अली शामखानी ईरान के एक बड़े नेता माने जाते हैं और उन्होंने देश की सुरक्षा और परमाणु मामलों में अहम भूमिका निभाई है.
दिल्ली एयरपोर्ट (DIAL) ने बताया है कि एयरपोर्ट पर सभी सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं, लेकिन ईरान, इराक और आसपास के इलाकों में हवाई रास्तों की स्थिति बदलने की वजह से कुछ उड़ानों के समय में बदलाव हुआ है. DIAL ने कहा, "दिल्ली एयरपोर्ट पर सब कुछ ठीक है, लेकिन कुछ फ्लाइट्स के शेड्यूल में बदलाव हो सकता है." यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फ्लाइट से जुड़ी जानकारी एयरलाइन या एयरपोर्ट की वेबसाइट से चेक करते रहें और सफर से पहले अपडेट जरूर देखें.
ईरान की राजधानी तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने मौजूदा हालात को देखते हुए ईरान में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों के लिए एक जरूरी सलाह (Advisory) जारी की है. दूतावास ने कहा है, "ईरान की ताजा स्थिति को देखते हुए सभी भारतीय नागरिक और भारतीय मूल के लोग सतर्क रहें, अनावश्यक आवाजाही से बचें, दूतावास के सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करें और स्थानीय प्रशासन द्वारा बताए गए सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें."
सीनेटर टॉम कॉटन ने भी इजराइल का समर्थन किया है. उन्होंने एक्स पर एक ट्वीट में लिखा, "हम इजराइल का हर मोर्चे पर समर्थन करते हैं." उन्होंने ईरान को आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक देश बताते हुए उस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, "ईरान दुनिया में आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक देश है, जिसके हाथों हजारों अमेरिकी नागरिकों का खून है. वह न सिर्फ़ परमाणु हथियार बना रहा है, बल्कि ऐसे मिसाइलों पर भी काम कर रहा है जो अमेरिका तक पहुंच सकती हैं. हम इजराइल का पूरी ताकत से समर्थन करते हैं."
अमेरिकी सीनेटर जॉन फेटरमैन और टॉम कॉटन ने इजराइल के ईरान पर हमले को खुला समर्थन दिया है. दोनों नेताओं ने बयान देते हुए कहा है कि अमेरिका को हर स्तर पर इजराइल का साथ देना चाहिए. सीनेटर जॉन फेटरमैन ने कहा, "हमारी प्रतिबद्धता इजराइल के प्रति पूरी तरह स्पष्ट होनी चाहिए और मैं इस हमले का पूरा समर्थन करता हूं. हमें इजराइल को सैन्य, खुफिया जानकारी और हथियार. जो कुछ भी जरूरी हो, उपलब्ध कराना चाहिए ताकि वह ईरान पर कार्रवाई कर सके."
इजराइल ने अब तक ईरान के कई बड़े अधिकारियों और वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है. इनमें सैन्य और परमाणु क्षेत्र से जुड़े प्रमुख नाम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि ये हत्याएं ईरान-इजराइल तनाव के बीच हुई हैं. अब तक जिन लोगों की हत्या की गई हैं उनमें- अमीर अली हाजीजादेह – ईरानी एयर और एयरोस्पेस फोर्स के कमांडर, सरदार सलामी – ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख, सरदार राशिद – खातम अल अंबिया (ईरान की प्रमुख सैन्य निर्माण कंपनी) के प्रमुख, डॉ. फरेयदून अब्बासी – परमाणु वैज्ञानिक और डॉ. तहरांची – परमाणु वैज्ञानिक शामिल हैं.
इजराइल में रह रहे भारतीयों को अनावश्यक यात्रा न करने और जहां तक हो सके, सुरक्षा शेल्टर (सुरक्षित जगहों) के पास ही रहने की सलाह दी गई है. भारतीय दूतावास हालात पर नजर रखे हुए है और जरूरत पड़ने पर मदद के लिए तैयार है. लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों से बचें और सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें.
इजराइल में मौजूदा हालात को देखते हुए भारत सरकार ने वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें भारतीयों को सतर्क रहने और इजराइली अधिकारियों और होम फ्रंट कमांड (oref.org.il/eng) द्वारा जारी किए गए सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने बयान में कहा, "आज रात इजराइल ने ईरान पर एकतरफा कार्रवाई की है. हम इस हमले में शामिल नहीं हैं और हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी बलों की सुरक्षा है. इजराइल ने हमें सूचित किया कि यह हमला उन्होंने आत्मरक्षा के तहत जरूरी समझा. राष्ट्रपति ट्रंप और प्रशासन ने अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं और हम अपने क्षेत्रीय साझेदारों के संपर्क में हैं. मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मचारियों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए."
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट किया है कि ईरान पर हुए इजराइली हमले में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा, "इजराइल ने यह कार्रवाई अकेले की है. अमेरिका इसमें शामिल नहीं है. हमारी प्राथमिकता क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी बलों की सुरक्षा है."
इजराइल ने शुक्रवार (13 जून, 2025) तड़के ईरान की राजधानी तेहरान पर बड़ा हवाई हमला किया है, जिसकी पुष्टि खुद इजराइली सरकार ने की है. इजराइल के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई ईरान से संभावित मिसाइल और ड्रोन हमलों के खतरे को देखते हुए की गई है. इसके साथ ही इजराइल में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है.
इजराइल ने आज (शुक्रवार, 13 जून 2025) तड़के ईरान पर हमला करने की पुष्टि की है. यह हमला दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव का सबसे बड़ा और सीधा कदम माना जा रहा है.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह एक खास सैन्य अभियान है, जिसका मकसद ईरान से होने वाले खतरे को रोकना है. उन्होंने कहा, “जब तक खतरा खत्म नहीं होता, हमारा अभियान चलता रहेगा.”
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने साफ किया है कि अमेरिका इस कार्रवाई का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा, "हमारी प्राथमिकता सिर्फ अपने सैनिकों की सुरक्षा है."
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA ने इस हफ्ते बताया कि ईरान पिछले 20 सालों में पहली बार अपने परमाणु नियमों का पालन नहीं कर रहा है. यही रिपोर्ट इजराइल की कार्रवाई का एक बड़ा कारण मानी जा रही है.
भारत के इजराइल स्थित दूतावास (India in Israel) ने मौजूदा हालात को देखते हुए सभी भारतीय नागरिकों के लिए एक सावधानीपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लिखा है, "इजराइल में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे इजराइली प्रशासन और होम फ्रंट कमांड (oref.org.il/eng) द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और हमेशा सतर्क रहें. जरूरत न हो तो बाहर न निकलें. जब तक बेहद जरूरी न हो, देश के भीतर अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षा शेल्टर के आसपास रहने की कोशिश करें."
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