Pakistan action on Imran Khan: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक अदालत ने मंगलवार (8 जुलाई, 2025) को पाकिस्तान की साइबर सुरक्षा जांच एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर 27 यूट्यूब चैनलों को देश में ब्लॉक करने का आदेश दिया है. इन सभी यूट्यूब चैनलों पर पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया गया है.

ब्लॉक किए गए यूट्यूब चैनलों में पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का निजी यूट्यूब अकाउंट और पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल भी शामिल है. यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब इमरान खान और PTI सेना की भूमिका पर सवाल उठाते रहे हैं. खासकर पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर के देश के फील्ड मार्शल बनने के बाद से.

डोनाल्ड ट्रंप और मुनीर की मुलाकात के बाद PTI ने जारी किया था बयान

इमरान खान और PTI ने कुछ दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप और आसिम मुनीर की मुलाकात के बाद एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया कि पाकिस्तान में अब सच सामने आ गया है कि देश पाकिस्तानी सरकार नहीं बल्कि सेना चला रही है.

इन लोगों के ब्लॉक किए गए यूट्यूब चैनल

इसके अलावा, जिन पत्रकारों के यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक किया गया है, उनमें वरिष्ठ पत्रकार मोईद पीरजादा, अरशद शरीफ की सहयोगी और मानवाधिकार कार्यकर्ता आरजू काजमी और दैनिक कुदरत से जुड़े कई नाम शामिल हैं. इन सभी को सरकार और सेना के खिलाफ बोलने की सजा पाकिस्तान ने दी है. 

राजनेता और मीडिया के चैनल बैन, पर आतंकवादियों का अकाउंट सक्रिय

पाकिस्तान में मीडिया और सोशल मीडिया पर शिकंजा कसना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार की कार्रवाई ऐसे समय पर हुई है जब पाकिस्तान की सरकार और खुफिया एजेंसी ISI आतंकियों का गुणगान कर रही है और आतंकियों का खुला प्रचार प्रसार कर रही है. जहां, पाकिस्तान में मुख्य विपक्षी दल और पूर्व प्रधानमंत्री का यूट्यूब अकाउंट बैन कर दिया गया है, वहीं आतंक फैलाने वाले लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के प्रॉक्सी अकाउंट आज भी सक्रिय हैं और खुलेआम भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देते रहते है.

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