Iran Anti-Hijab Protest: अमेरिका एक बार फिर ईरान के खिलाफ उतर आया है. हालांकि यह खिलाफत इस बार किसी रसायनिक हथियार या परमाणु बम के मसले पर नहीं, बल्कि ईरान के एक फैसले को लेकर है जिसकी आलोचना दुनियाभर में हो रही है. व्हाइट हाउस ने सोमवार को ईरान की ओर से प्रदर्शनकारियों को फांसी की सजा देने के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अन्य देशों के साथ मौत की सजा को 'तत्काल समाप्त' करने की मांग कर रहा है.


अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "हम मोहम्मद मेहदी करमी और मोहम्मद हुसैनी की फांसी और आज घोषित अतिरिक्त फांसी की निंदा करते हैं." सुलिवन ने कहा, "हम दुनिया भर के भागीदारों के साथ मिलकर इन दुर्व्यवहारों को तत्काल बंद करने की मांग कर रहे हैं और ईरान को इन सब के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा."


पिछले दिनों 2 लोगों को मिली फांसी की सजा


बता दें कि पिछले दिनों ईरान ने अपने दो नागरिकों को फांसी पर लटका दिया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश में बड़े पैमाने पर हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के सिलसिले में ईरान (Iran) ने दो लोगों को फांसी पर लटकाने का फैसला किया था. ज्यूडिशियरी के मुताबिक देश में बड़े पैमाने पर हिजाब विरोधी प्रदर्शनों (Anti Hijab Protests) के दौरान एक अर्धसैनिक बल के सदस्य की हत्या करने के दोषी ठहराए जाने के बाद दो लोगों को फांसी दी गई. यही नहीं सरकार ने बढ़ते प्रोटेस्ट को रोकने के लिए प्रदर्शन करने वालों को फांसी की सजा देने का भी ऐलान कर दिया. ईरान सरकार के इस फैसले का अब दुनियाभर में विरोध होने लगा है.


500 से अधिक प्रदर्शनकारियों की मौत


बता दें, 22 साल की महसा अमिनी को हिजाब ठीक से नहीं पहनने के आरोप में मॉरैलिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सितंबर में महसा की हुई मौत के बाद ईरान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों की वजह से देश अस्त-व्यस्त हो गया था. ईरान में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक कम से कम 500 से अधिक प्रदर्शनकारी अब तक मारे गए हैं. वहीं, पुलिस अधिकारियों ने सरकार विरोधी प्रदर्शन को लेकर हजारों लोगों को गिरफ्तार किया. 


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