Iran Hangs 17 Year Old Boy: ईरान ने 17 साल के एक नाबालिग को फांसी दे दी. इसको लेकर दो अधिकार समूहों ने कहा कि देश में नाबालिगों को उनके अपराधों के लिए लोगों को फांसी देना जारी है. इस साल मई में एक विवाद में एक व्यक्ति की हत्या के लिए हमीद्रेजा अजारी को कथित तौर पर मौत की सजा सुनाई गई थी. 


न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार नॉर्वे स्थित हेंगॉ (Hengaw) और ईरान मानवाधिकार (IHR) ने कहा कि हामिद्रेजा अजारी को रजावी खुरासान प्रांत के पूर्वी शहर सब्जेवर की जेल में फांसी दे दी गई.


स्क्रैप वर्कर करता था काम
हामिद्रेजा अजारी अपने परिवार में इकलौता बच्चा था और उसने हाल ही में स्क्रैप वर्कर के रूप में काम करना शुरू किया था. अधिकार समूहों ने कहा कि अपराध के समय वह 16 साल का था और फांसी के वक्त उसकी उम्र 17 साल थी.


अधिकार समूहों ने कहा कि यह फांसी बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन का एक और उल्लंघन है. कन्वेंशन 18 साल से कम आयु के किसी भी व्यक्ति को बच्चे के मानता है.


ईरान में सबसे ज्यादा नाबलिगों की फांसी
ईरान मानवाधिकार ने कहा, "ईरान उन कुछ देशों में से एक है जो बाल-दोषियों को मौत की सजा देता है. इतना ही नहीं अन्य देशों की तुलना में यहां अधिक किशोरों को फांसी दी जाती है." ईरान मानवाधिकार की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल ईरान में कम से कम 685 लोगों को फांसी दी गई है.


ड्राइविंग लाइसेंस लिए 18 साल की उम्र जरूरी
ईरान मानवाधिकार के निदेशक महमूद-अमीरी मोघदाम ने कहा, "ईरान में अगर कोई ड्राइविंग लाइसेंस लेना चाहता है, तो उसकी आयु 18 वर्ष होनी चाहिए, लेकिन उन्हें 15 साल की उम्र में ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता है."


मानवाधिकार समूह ने आरोप लगाया कि ईरानी मीडिया ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के लिए जवाबदेही से बचने के जानबूझकर लड़के की उम्र 18 साल बताई थी.


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