Israel-Hamas war: ईरान ने मंगलवार को कहा कि उसने पहली बार किसी युद्धपोत से लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की हैं. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने कहा कि इन मिशाइलों को ईरान के बहुउद्देश्यीय भारी युद्धपोत 'शहीद महदवी' से लॉन्च किया गया. माना जा रहा है कि ईरान के इस सैन्य अभ्यास से पश्चिमी देश नाराज हो जाएंगे, क्योंकि इन देशों ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर बार-बार चिंता जताई है.
एक रिपोर्ट में बताया गया कि नौसैनिक युद्धाभ्यास के दौरान 1,700 किलोमीटर (1,050 मील) दूर तक लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम दो बैलिस्टिक मिसाइलों को लांचर से दागा गया. सरकारी टेलीविजन ने बताया कि "आईआरजीसी ने पहली बार ओमान की खाड़ी में बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं."
ईरान के नौसैनिकों की शक्ति बढ़ी- सलामीतस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार आईआरजीसी प्रमुख हुसैन सलामी ने कहा IRGC एयरोस्पेस फोर्स और IRGC की नौसेना के संयुक्त सहयोग से "युद्धपोत से लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण सफलतापूर्वक किया गया." सलामी ने जोर देकर कहा कि इस नई उपलब्धि से देश के नौसैनिकों की शक्ति बढ़ गई है. हमारे समुद्र में जाने वाले जहाज दुनिया में कहीं भी तैनात हो सकते हैं
इजरायल के एयरबेस पर हमलाईरानी राज्य टेलीविजन ने कहा कि लंबी दूरी की मिसाइलों के अलावा आईआरजीसी ने तेल अवीव के दक्षिण में इजरायल के पामाचिम एयरबेस पर सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है. रिपोर्टों में कहा गया है कि ईरान ने इमाद और काद्र बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें विस्फोटक हथियार बढ़ाए गए हैं.
जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इजरायल-हमास युद्ध बढ़ने के बाद क्षेत्रीय तनाव को देखते हुए ईरान ने सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है. बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को अचानक इजरायल हजारों रॉकेट दाग दिए थे, जिससे करीब 1,200 इजरायली नागरिकों की मौत हो गई थी.
इजरायल ने हमास को खत्म करने की खाई है कसमहमास के हमले के बाद इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई है और लगातार गाजा में सैन्य आक्रमण कर रहा है. फिलीस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि इजरायल के सैन्य हमलों में कम से कम 28,340 लोग मारे गए, इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे.
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