Iran Anti Hijab Protests: ईरान के पूर्व राष्ट्रपति अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फैजेह हाशमी को हिजाब विरोधी आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए पांच साल  कैद की सजा सुनाई गई. उनके वकील ने मंगलवार (10 जनवरी) को इसकी पुष्टि की लेकिन किस अपराध के तहत उनको सजा सुनाई गई है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी. सूत्रों ने बताया कि फैजेह को सरकार के खिलाप प्रोपेगेंडा फैलाने के आरोपों पर सजा सुनाई गई.


बीते साल सितंबर महीने में ईरान में 22 साल की महसा अमीनी की पुलिसिया हत्या के बाद हिजाब विरोधी आंदोलन शुरू हुआ था. महसा को ईरान की मोरॉल पुलिस ने हिजाब ठीक से नहीं पहनने की वजह से 13 सितंबर को हिरासत में लिया था. महसा के साथ पुलिस हिरासत में इतनी मारपीट की गई कि वह कोमा में चली गई और तीन दिन बाद उसकी मौत हो गई. महसा की मौत के बाद राजधानी तेहरान में "दंगे भड़काने" के आरोप में फैज़ेह को गिरफ्तार किया गया. 


हिजाब विरोधी आंदोलन: ईरान के इतिहास के सबसे बड़े आंदोलनों में से एक
ईरान में पिछले साल 16 सितंबर के बाद से ही प्रदर्शन हो रहे हैं और इन प्रदर्शनों ने साल 1979 की ईरान की इस्लामिक क्रांति के बाद से इस्लामिक कट्टरपंथी शासकों को सबसे बड़ी चुनौती पेश की है. फैजेह को सजा सुनाए जाने के बाद उनकी वकील नेदा शम्स ने अपने ट्विटर पर लिखा कि फैजेह हाशमी की गिरफ्तारी के बाद उनको पांच साल जेल की सजा सुनाई गई. 2012 में भी सुनाई गई थी सजा 


ईरान के संस्थापक सदस्य की बेटी हैं फैजेह
इससे पहले 2012 में भी फैजेह हाशमी को जेल की सजा सुनाई गई थी और साल 2009 के विवादित राष्ट्रपति चुनाव में राज्य विरोधी प्रचार के आरोप में उनको राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. ये हमेशा से सरकार के निशाने पर रही हैं. मालूम हो कि पूर्व राष्ट्रपति अकबर हाशमी रफसंजानी यानी उनके पिता की मृत्यु साल 2017 में हो गई थी. वह इस्लामिक गणराज्य ईरान के संस्थापकों में से एक थे. 


ये भी पढ़ें: Sri Lanka Economic Crisis: श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकालने के लिए रानिल विक्रमसिंघे सिंघे ने उठाया ये कदम