भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से दोहा स्थित उनके महल में मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर अमीरी पैलेस में उनका औपचारिक स्वागत किया गया. इसके बाद दोनों पक्षों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. चर्चा में आर्थिक सहयोग, निवेश, ऊर्जा साझेदारी, अंतरिक्ष सहयोग, शहरी बुनियादी ढांचे, सांस्कृतिक बंधन और लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित कई विषयों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.

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आठ भारतीयों की रिहाई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर के अमीर शेख तमीम से ये पहली मुलाकात की है. कतर के अमीर शेख तमीम से मुलाकात के पहले दोहा में पीएम मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की. इस बैठक को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा "कतर के पीएम अल थानी से शानदार मुलाकात रही, हमारी चर्चा भारत कतर की मित्रता को बढ़ावा देने के तरीकों पर हुई. विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी ने भारत-कतर साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए कतर के प्रधानमंत्री से भी सार्थक बैठक की. 

अमीर शेख को भारत यात्रा का आमंत्रणपीएम मोदी ने कतर में आठ लाख से अधिक मजबूत भारतीय समुदाय की देखभाल करने के लिए अमीर को धन्यवाद दिया और कतर के साथ द्विपक्षीय सहयोग को और विस्तार और गहरा करने की भारत की प्रतिबद्धता से अवगत कराया. उन्होंने अमीर को भारत की शीघ्र यात्रा के लिए भी आमंत्रित किया. शेख तमीम ने अपनी ओर से प्रधानमंत्री मोदी की भावनाओं का प्रतिसाद दिया और खाड़ी क्षेत्र में एक मूल्यवान भागीदार के रूप में भारत की भूमिका के लिए सराहना की. उन्होंने कतर के विकास में जीवंत भारतीय समुदाय के योगदान और खाड़ी देश में आयोजित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में उनकी उत्साही भागीदारी की भी सराहना की. बैठक के बाद अमीरी पैलेस में दोपहर के भोजन का आयोजन किया गया, जो प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में आयोजित किया गया था.

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शेख तमीम के पिता से भी मिले पीएम मोदीमोदी ने शेख तमीम के पिता और पूर्व अमीर हमद बिन खलीफा अल थानी से भी मुलाकात की और उन्हें उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए बधाई दी, जिसने पिछले दशकों में कतर के विकास का मार्ग प्रशस्त किया. दोनों नेताओं ने भारत-कतर संबंधों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर हमद बिन खलीफा अल थानी की व्यावहारिक टिप्पणियों के लिए उनकी सराहना की. पूर्व अमीर ने पुष्टि की कि भारत और कतर एक अटूट बंधन साझा करते हैं, जो आपसी विश्‍वास और सहयोग का प्रतीक है. अधिकारी ने कहा, उन्होंने कतर के विकास और द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देने में भारतीय समुदाय की भूमिका की भी सराहना की.

यूएई दौरे में बाद में जुड़ा कतरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिन का दौरा यूएई का था, लेकिन उसमें कतर को जोड़ा गया और उसकी बड़ी वजह नौ भारतीय सैनिकों का रिहा होना है. 20 साल तक 78 बिलियन डॉलर का गैस सप्लाई का एग्रीमेंट है भारत और कतर के बीच में हुआ है. यह एग्रीमेंट 2028 में खत्म होने वाला था, लेकिन उसके पहले इसे आगे बढ़ा दिया गया है.