US Presidential Election: अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ने कहा है कि अगर वह 2024 में नामांकन नहीं जीतते हैं तो उन्हें उपराष्ट्रपति बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. 


'द हिल' की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार (19 अगस्त) को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने कहा कि अपने जीओपी (ग्रैंड ओल्ड पार्टी) प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प की तरह वह नंबर दो की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे. 


सरकार में किसी अलग पद में कोई दिलचस्पी नहीं 
रामास्वामी ने साक्षात्कार में कहा, "मुझे सरकार में किसी अलग पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. सच कहूं तो मैं संघीय सरकार में नंबर 2 या नंबर 3 बनने के बजाय निजी क्षेत्र के माध्यम से बदलाव लाऊंगा." भारतीय-अमेरिकी जीओपी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने भी कहा है कि उन्हें दूसरे नंबर पर आने में कोई दिलचस्पी नहीं है. 


डेसेंटिस और रामास्वामी बराबरी पर 
एक नए सर्वेक्षण के अनुसार रामास्वामी जो पहली बार राजनीति में आए हैं, शनिवार को उन्होंने प्रतिद्वंद्वी और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस के साथ दूसरे स्थान पर रहकर सबको हैरान कर दिया.


एमर्सन कॉलेज में किए गए सर्वेक्षण में दिखाया गया कि डेसेंटिस और रामास्वामी 10-10 फीसदी के साथ बराबरी पर रहे, जबकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 56 फीसदी के साथ आगे रहे. 'द हिल' के मुताबिक, रामास्वामी के लगभग आधे समर्थकों ने कहा कि वे निश्चित रूप से उन्हें वोट देंगे, जबकि डेसेंटिस समर्थकों में से केवल एक तिहाई ने भी यही कहा है. 


इमर्सन कॉलेज पोलिंग के कार्यकारी निदेशक स्पेंसर किमबॉल ने एक बयान में कहा कि रामास्वामी ने स्नातकोत्तर डिग्री वाले मतदाताओं में सुधार किया है, इससे उस समूह के 17 फीसदी और युवा मतदाताओं के साथ, 35 वर्ष से कम उम्र के 16 फीसदी मतदाताओं पर जीत हासिल हुई है. हाल ही में अरबपति उद्यमी एलन मस्क ने भी रामास्‍वामी की प्रशंसा की थी और उन्हें एक आशाजनक उम्मीदवार कहा था.  


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