अक्सर जब भारतीय रुपये की चर्चा होती है तो तुलना अमेरिकी डॉलर से की जाती है, जहां रुपया कमजोर दिखता है. हालांकि दुनिया के कुछ देशों में भारतीय रुपया इतना मजबूत है कि वहां पहुंचते ही आपकी छोटी-सी रकम लाखों में बदल जाती है. करेंसी कंपैरिजन में आज हम वियतनाम की बात कर रहे हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया में मौजूद वियतनाम अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. भारतीयों के लिए यह देश मध्यम वर्ग के भारतीयों के लिए स्वर्ग माना जाता है.

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वर्तमान एक्सचेंज रेट के मुताबिक भारतीय रुपया वियतनामी करेंसी के मुकाबले काफी मजबूत है. वाइस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक 1 भारतीय रुपया वहां करीब 293 वियतनामी डोंग के बराबर होता है. इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप भारत से 1 लाख रुपये लेकर वियतनाम जाते हैं तो वहां यह रकम लगभग 29  लाख 41हजार डोंग में बदल जाती है. संख्या सुनने में भले ही चौंकाने वाली लगे, लेकिन यही कारण है कि भारतीयों को वहां चीजें बेहद सस्ती महसूस होती हैं.

वियतनाम की करेंसी से जुड़ी जरूरी बातें

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वियतनाम की आधिकारिक मुद्रा वियतनामी डोंग कहलाती है, जिसे VND कहा जाता है. इस करेंसी को स्टेट बैंक ऑफ वियतनाम जारी करता है. यह देश का एकमात्र कानूनी भुगतान माध्यम है. हालांकि कई जगहों और होटलों में कई बार अमेरिकी डॉलर भी स्वीकार कर लिया जाता है, लेकिन लोकल मार्केट में डोंग ही सबसे ज्यादा चलता है. बता दें कि साल 1978 से डोंग वियतनाम की आधिकारिक मुद्रा है और इसने फ्रांसीसी इंडोचाइनीज पियास्त्रे की जगह ली थी.

क्या वाकई वहां करोड़पति जैसी फीलिंग आती है?

यह समझना जरूरी है कि सिर्फ करेंसी की संख्या ज्यादा होने से कोई अमीर नहीं बन जाता. वहां की कीमतें भी स्थानीय अर्थव्यवस्था के हिसाब से तय होती हैं, लेकिन इतना जरूर है कि भारतीय रुपये की ताकत की वजह से वियतनाम में घूमना, रहना और खरीदारी करना भारतीयों के लिए बेहद आरामदायक और किफायती बन जाता है.

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