अमेरिका में खालिस्तानियों की शर्मनाक करतूत सामने आई है. यहां खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाया. मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए. अब भारत ने इस हमले की निंदा की है और अमेरिकी अधिकारियों से मामले की तुरंत जांच और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है. 


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी मंदिर पर हुए हमले के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, मैंने देखा, जो हुआ है. भारत के बाहर जो अलगाववाद है, ऐसी ताकतों को जगह नहीं मिलनी चाहिए. जो हुआ है, उस पर वहां के दूतावास ने पुलिस और वहां की सरकार से शिकायत की है. इस पर जांच जारी है. 


दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया के नेवार्क शहर की यह घटना है. यहां स्वामीनारायण मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने ये हमला किया और यहां की दीवारों पर काले रंग के स्प्रे से भारत और पीएम मोदी के खिलाफ ये नारे लिखे हैं. हिंदू अमेरिका फाउंडेशन की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मंदिर की ये तस्वीरें भी शेयर की गई हैं. 


सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने शनिवार को स्वामीनारायण मंदिर में हुए इस हमले की निंदा की और कहा कि इस घटना ने भारतीय समुदाय की भावनाओं को आहत किया है. दूतावास ने मामले की त्वरित जांच और आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का भी अपील की है. 


 







हिंदू अमेरिका फाउंडेशन की ओर से सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें शेयर की गई हैं, उनमें देखा जा सकता है कि मंदिर की दीवार पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं. इसके अलावा खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भी नाम ब्लैक इंक से लिखा गया है.  






फाउंडेशन ने लिखा, खालिस्तान आतंकवादी भिंडरावाले का नाम मंदिर जाने वालों को आघात पहुंचाने और हिंसा का डर पैदा करने के लिए लिखा गया है. हिंदू अमेरिका फाउंडेशन ने मामले की जांच हेट क्राइम के तहत करने की मांग की है. मंदिर से जुड़े लोगों ने इस मामले में पुलिस से भी शिकायत की है. हालांकि, यह पहला मामला नहीं है, जब अमेरिका में इस तरह से किसी मंदिर को निशाना बनाया गया है. अमेरिका से पहले कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया में भी इस तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं. 


पिछले कुछ महीनों में विदेश में कई हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की घटनाएं सामने आई हैं. कुछ समय पहले ही कनाडा के सरे में खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर के गेट पर पोस्टर लगाए थे. इसमें आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत का बदला लेने की बात कही गई थी. निज्जर की हत्या इसी साल जून में कनाडा के सरे शहर में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर कर दी गई थी. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए उसकी हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ होने के आरोप लगाए थे. भारत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था. निज्जर की हत्या के बाद कनाडा में कई जगहों पर खालिस्तानी समर्थकों ने रैलियां भी निकाली थीं.