भारत ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में एक बार फिर लताड़ा है. उसने पाक को अल्पसंख्यकों के मामले को लेकर सख्त संदेश दिया. भारत ने कहा कि जो देश खुद अपने यहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है, वह दूसरों को मानवाधिकारों के मामले पर कैसे उपदेश दे सकता है.
भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने बुधवार (1 अक्टूबर) को जेनेवा में UNHRC के 60वें सत्र की 34वीं बैठक में हिस्सा लिया. उन्होंने इस दौरान कहा, "भारत को यह गहरा विरोधाभासी लगता है कि पाकिस्तान जैसा देश दूसरों को मानवाधिकारों पर उपदेश देने की कोशिश करता है. उसे दूसरों पर सवाल उठाने से पहले अपने यहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को देखना चाहिए."
झूठ की मशीन पाकिस्तान
दरअसल पाकिस्तान अलग-अलग मौकों पर भारत के खिलाफ झूठ बोलता रहा है. वह भारत पर कई बार मानवाधिकार से जुड़े गंभीर आरोप लगा चुके हैं, लेकिन सच यह है कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद के लिए जिम्मेदार और उसकी जमीन पर आए दिन निर्दोष लोगों को जान गंवानी पड़ती है. पाक में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार बढ़ गई है, कई रिपोर्ट्स में इसका खुलासा भी हुआ है.
पीओके में भी निर्दोष लोगों को बनाया जा रहा निशाना
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी आए दिन विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं. बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार संगठन Paank ने सिर्फ 2025 की पहली छमाही में 785 गुमशुदगी और 121 हत्याओं की रिपोर्ट की है. वहीं पश्तून संगठनों ने भी बड़ा दावा किया था. उन्होंने एक साल में करीब 4,000 लोगों के लापता होने की शिकायत की थी. अहम बात यह है कि ये आंकड़े ऐसे हैं जो कि सबके सामने हैं, वहीं कई ऐसे लोग भी हैं जो पाकिस्तान गायब हुए या उनकी हत्या हुई तो सार्वजनिक रूप से जानकारी सामने नहीं आ सकी.