भारत का सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म Koo अब नाइजीरिया में भी उपलब्ध है. कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने ट्वीट कर इस बात की जनकारी दी है. दरअसल ट्विटर ने अपने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी का एक ट्वीट डिलीट कर दिया था. जिसके बाद यहां की सरकार ने ट्विटर के इस्तेमाल पर अनिश्चितकाल तक रोक लगा दी हैं. अप्रमेय राधाकृष्ण ने इसके बाद शनिवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "Koo अब नाइजीरिया में भी उपलब्ध है. हम अपने इस प्लेटफॉर्म पर यहां की स्थानीय भाषाओं का विकल्प देने की भी सोच रहे हैं."



भारत में Koo App को देसी ट्विटर भी कहा जाता है और इसने ट्विटर के विकल्प के तौर पर अपनी शुरुआत की है. अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिडवाटका द्वारा तैयार किए गए इस सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ने पिछले साल अगस्त 2020 में भारत सरकार का ‘आत्मानिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज’ जीता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर चुके हैं. ये हिंदी, तेलुगु और बंगाली सहित अन्य कई भाषाओं में उपलब्ध है और इसका उद्देश्य अगले दो सालों में अपने यूजर्स की संख्या 10 करोड़ तक पहुंचाने का है.  


भारत में भी तेजी से हो रहा है पॉपुलर


केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच हुए विवाद के बीच देसी ट्विटर के नाम मशहूर हो रहा Koo App बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है. कुछ ही दिनों में कू ऐप को 30 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है. यूथ के बीच भी ये ऐप काफी लोकप्रिय हो रहा है. केंद्र सरकार के मंत्री समेत बॉलीवुड के कई कलाकार और पूर्व क्रिकेटर भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. जिनमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, अनुपम खेर, सतगुरू, कंगना रनोत, पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, कर्नाटक कांग्रेस समिति के अध्यक्ष डीके शिवकुमार शामिल हैं.


यह भी पढ़ें 


राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशाना, वैक्सीन वितरण नीति को लेकर उठाए सवाल


दिल्ली मुख्यमंत्री कार्यालय का बयान- केंद्र सरकार ने राशन की डोरस्टेप डिलीवरी योजना पर लगाई रोक